Stubble Management: केंद्र सरकार ने पराली प्रबंधन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सीधी बुवाई से पराली का सही तरीके से प्रबंधन और उपयोग किया जा सकता है. इससे वायु प्रदूषण पर भी ब्रेक लगेगा. उन्होंने कहा कि वे खुद 12 अक्टूबर को अपने खेत से इसकी शुरुआत करेंगे. धान की कटाई के बाद वे सीधे गेहूं की बुवाई करेंगे, जिससे दूसरे किसान भी प्रेरित होंगे. साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों से रोटावेटर चॉपर, बायो डी-कम्पोजर, मलचिंग जैसे उपकरणों के इस्तेमाल की सलाह दी. इसके अलावा बायो-CNG, एथनॉल प्लांट और दूसरे आधुनिक उपकरणों को अपनाने पर भी जोर दिया.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि पराली जलाने की घटना पर लगाम लगाने के लिए किसानों के बीच जनजागरुकता लाना बहुत जरूरी है. इसके लिए पंचायत और ग्रामीण स्तर पर जनप्रतिनिधियों व नोडल अधिकारियों की भी भागीदारी यदि सुनिश्चित की जाए, तो इससे और बेहतर रिजल्ट आ सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में धान की सीधी बुवाई को भी बढ़ावा देने की आवश्यकता है
पराली प्रबंधन को लेकर दिल्ली में बैठक
दरअसल, पराली प्रबंधन को लेकर आज दिल्ली में बैठक आयोजित की गई थी. इस बैठक में शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव शामिल हुए. इनके अलावा पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां, हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मजिंदर सिंह सिरसा वर्चुअली शामिल हुए. वहीं, बैठक को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने सभी कृषि मंत्रियों से अपील की कि वे अपने राज्यों में सीधी बुवाई को बढ़ावा दें. उन्होंने कहा कि सीधी बुवाई से पराली का सही तरीके से प्रबंधन और उपयोग किया जा सकता है.
बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में पराली जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सक्रिय कदम उठाने और धान पराली के बेहतर उपयोग सहित किसानों के बीच जागरुकता, वित्तीय सहायता, प्रभावी निगरानी, फसल प्रबंधन व विविधिकरण को लेकर व्यापक चर्चा हुई. वहीं, बैठक में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्रियों ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह को अपने-अपने राज्यों में पराली प्रबंधन की स्थिति से अवगत करवाया. साथ ही बताया कि पूरी सक्रियता और सतर्कता के साथ पराली प्रबंधन की योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अधिकारियों, कर्मचारियों सहित पूरा विभाग गंभीरतापूर्वक कार्य में जुटा है.
क्या बोले हरियाणा के कृषि मंत्री
बैठक में हरियाणा के कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में वित्तीय सहायता के माध्यम से किसानों को पराली ना जलाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिसका व्यापक असर हुआ है. इससे किसान पराली प्रबंधन के लिए वैकल्पिक उपायों की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. वहीं, राज्यों के प्रयासों की सराहना करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि राज्यों में पराली प्रबंधन को लेकर अच्छा काम हो रहा है, लेकिन निरंतर प्रयास जरूरी है.