हरियाणा के किसानों ने बढ़ाया मदद का हाथ, बाढ़ पीड़ित पंजाब के गांवों तक पहुंचाएंगे राहत

पंजाब में आई भयंकर बाढ़ से हजारों गांव प्रभावित हैं. इस मुश्किल घड़ी में हरियाणा के किसान भाई राशन, चारा, ट्रैक्टर और डीजल भेजकर मदद कर रहे हैं. गांव-गांव से राहत सामग्री इकट्ठा की जा रही है.

नोएडा | Published: 3 Sep, 2025 | 06:45 AM

जब पंजाब बाढ़ की मुसीबत से जूझ रहा है, तब हरियाणा के किसान भाई उसकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं. सिरसा से लेकर कुरुक्षेत्र तक किसानों ने राहत सामग्री जुटानी शुरू कर दी है. कहीं राशन इकट्ठा किया जा रहा है तो कहीं सूखा चारा, ट्रैक्टर और डीज़ल तक भेजने की तैयारी चल रही है. हरियाणा के किसानों का कहना है कि संकट की इस घड़ी में वे पंजाब के साथ खड़े हैं और हर संभव मदद करेंगे.

सिरसा में हुई किसानों की बैठक

सिरसा जिले के जनता भवन कार्यालय में भारतीय किसान एकता (बीकेई) के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की हालत पर चर्चा हुई. औलख ने बताया कि पंजाब के कई गांवों में अभी भी पानी भरा हुआ है, फसलें तबाह हो चुकी हैं और पशुधन को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि गांवों में रेत भर गई है और वहां की जमीन को दोबारा खेती लायक बनने में समय लगेगा. इसलिए सिरसा के किसानों से अपील की गई है कि वे अपने-अपने गांवों से राहत सामग्री, सुखा पशु चारा और राशन इकट्ठा करें ताकि सही समय पर जरूरतमंद लोगों तक ये मदद पहुंचाई जा सके.

हरियाणा के गांव-गांव से जुटाई जा रही राहत सामग्री

हरियाणा के कई जिलों से राहत सामग्री एकत्रित की जा रही है. किसान अपने गांवों में मिलकर राशन, पशुओं के लिए सूखा चारा और जरूरत का अन्य सामान जमा कर रहे हैं. लखविंदर सिंह औलख ने कहा कि हर किसान को यह देखना होगा कि राहत सामग्री सही पीड़ित के पास पहुंचे. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पानी उतरने के बाद जब लोग अपने गांव वापस लौटेंगे, तभी असली जरूरत होगी. इसलिए राहत सामग्री समय के अनुसार भेजी जाएगी ताकि उसका सही उपयोग हो सके.

कुरुक्षेत्र से भी किसान संगठन मदद के लिए तैयार

हरियाणा किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, कुरुक्षेत्र ने भी ऐलान किया है कि वह पंजाब में बाढ़ प्रभावित इलाकों की पूरी मदद करेगा. मोर्चे से जुड़ी जत्थेबंदियों ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर ट्रैक्टर, डीज़ल, पशु चारा और जरूरी सामान भेजा जाएगा. पानी उतरने के बाद खेतों को दोबारा समतल करने के लिए मशीनें और मजदूर भी भेजे जाएंगे. मोर्चे के अनुसार, यह राहत अभियान तब तक चलेगा जब तक पंजाब के हालात सामान्य नहीं हो जाते.

हरियाणा के किसानों की एकजुटता बनी मिसाल

हरियाणा के किसानों ने दिखा दिया है कि इंसानियत और भाईचारे से बड़ी कोई चीज नहीं होती. जिस तरह गांव-गांव से लोग आगे आकर पंजाब की मदद कर रहे हैं, वह मिसाल बन चुका है. ग्रामीणों ने कहा कि पंजाब ने हमेशा देश के लिए बलिदान दिया है और अब जब वह संकट में है, तो हरियाणा पीछे नहीं रहेगा. लोगों का कहना है कि वे न सिर्फ राशन और चारा देंगे, बल्कि खुद जाकर वहां के हालात भी देखेंगे और जरूरतमंदों तक सामान पहुंचाएंगे.

Published: 3 Sep, 2025 | 06:45 AM