हरा चारा कम मिला तो चिंता न करें, 21 मिनरल वाला ये फीड सर्दियों में भी बढ़ाएगा पशु का दूध

सर्दियों में हरे चारे की कमी के कारण गाय-भैंसों का दूध कम होने लगता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सही पोषण, ऊर्जा, प्रोटीन और 21 खनिज तत्वों वाला संतुलित चारा देने से दूध स्थिर रहता है और कई बार बढ़ भी जाता है. ठंड में सही आहार ही दूध उत्पादन का सबसे बड़ा सहारा है.

नोएडा | Updated On: 23 Nov, 2025 | 07:53 PM

Cow Feed : सर्दी जैसे-जैसे बढ़ती है, खेतों में ओस जमने लगती है और साथ ही एक और चीज चुपचाप कम होने लगती है-गाय-भैंसों का दूध. कई पशुपालक सुबह बाड़े में जाते हैं तो दूध की मात्रा पहले से कम मिलती है और उन्हें लगता है कि शायद ठंड की वजह से पशु कमजोर पड़ रहे हैं. लेकिन असली वजह ठंड नहीं, बल्कि हरे चारे की कमी और पोषक तत्वों का असंतुलन है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पशुओं के आहार में 21 से अधिक खनिज और ऊर्जा-प्रोटीन का सही संतुलन दे दिया जाए, तो सर्दियों में भी दूध पहले जैसा ही नहीं बल्कि कई बार ज्यादा भी मिल सकता है.

हरा चारा कम, दूध की मात्रा भी घटने लगती है

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सर्दियों में हरे चारे की कमी पशुपालकों  के सामने सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है. खेतों में ठंड के कारण चारा धीमी गति से बढ़ता है और पशुओं को रोज मिलने वाला ताजा हरा चारा अचानक कम पड़ने लगता है. हरे चारे में मौजूद ऊर्जा, प्रोटीन और मिनरल जैसे अहम तत्व दूध बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं. जब ये पोषक तत्व कम हो जाते हैं तो दूध की मात्रा गिरना शुरू हो जाती है और पशु कमजोर भी पड़ सकते हैं. कुछ मामलों में पोषण की कमी से पशु बीमार तक हो जाते हैं और उनका दूध उत्पादन स्थिर नहीं रहता.

संतुलित आहार दे सकता है सर्दियों में भी अच्छा दूध

विशेषज्ञों के अनुसार यदि पशुओं को ऊर्जा, प्रोटीन और 21 प्रकार के खनिज तत्वों से भरपूर आहार दिया जाए, तो हरे चारे की कमी का असर बहुत हद तक खत्म किया जा सकता है. गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का का दलिया, राइस पॉलिश और चोकर ऊर्जा के बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं. वहीं प्रोटीन की कमी सरसों की खल, मूंगफली की खल, अलसी, तिल और बिनौला की खल आसानी से पूरी कर सकती है. इन दानों में मौजूद पोषक तत्व पशुओं की दूध  बनने की क्षमता को बढ़ाते हैं और शरीर को ठंड से बचाने के लिए जरूरी ऊर्जा भी देते हैं.

21 पोषक खनिज-दूध बढ़ाने के असली हीरो

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पशु पोषण मिश्रण में 21 से अधिक खनिज-कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम, तांबा, जिंक, सोडियम, पोटेशियम, बोरान से लेकर सिलिकॉन तक शामिल होते हैं. ये खनिज न सिर्फ दूध को स्थिर रखते हैं, बल्कि पशुओं की हड्डियों, पाचन और प्रजनन क्षमता को भी बेहतर बनाते हैं. ऐसे खनिज मिश्रण को चारे में नियमित रूप से दिया जाए तो हरे चारे की कमी से होने वाली कमजोरी और दूध में गिरावट काफी हद तक रुक जाती है. इसके साथ-साथ विटामिन A, D, E और B-कॉम्प्लेक्स जैसे विटामिन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता  बढ़ाते हैं. इनकी अतिरिक्त मात्रा देने की जरूरत नहीं पड़ती, पर संतुलित आहार में ये स्वतः पर्याप्त रूप से मौजूद रहते हैं.

पानी और देखभाल-दो चीजें जो सर्दियों में बहुत जरूरी

रिपोर्ट के अनुसार दूध उत्पादन  केवल चारे पर ही नहीं बल्कि पानी और देखभाल पर भी निर्भर करता है. सर्दियों में कई पशु कम पानी पीते हैं क्योंकि ठंडा पानी उन्हें पसंद नहीं आता. ऐसे में उन्हें ठंडा नहीं, बल्कि सामान्य तापमान वाला साफ और ताजा पानी देना चाहिए. पानी कम पीने से पाचन प्रभावित होता है और इसका सीधा असर दूध की मात्रा पर पड़ता है. इसके साथ ही बाड़े को बेहद ठंडा नहीं होने देना चाहिए, क्योंकि कई बार पशु ठंड से ऊर्जा खर्च कर देते हैं और शरीर में पोषक तत्वों का उपयोग सही तरह से नहीं कर पाते.

ऐसे करें हरे चारे की कमी की पूरी भरपाई

ऐसे में यदि किसान अनाज, खल और खनिज मिश्रण का सही संयोजन बना लें, तो सर्दियों में हरे चारे की कमी कभी समस्या नहीं बनती. संतुलित आहार से दूध की मात्रा स्थिर रहती है और पशु तंदुरुस्त रहता है. विशेष बात यह है कि यह पोषण प्रणाली बेहद आसान और किफायती है. हरा चारा कम होने पर भी किसान दूध उत्पादन को बिना किसी बड़े खर्च के बनाए रख सकते हैं. नियमित रूप से ऊर्जा और प्रोटीन वाले आहार के साथ खनिज मिश्रण देने से दूध बढ़ने के साथ-साथ पशु बीमारियों  से भी बचते हैं. यह तरीका सर्दियों में दूध कम होने की समस्या का बेहद कारगर उपाय माना जाता है.

Published: 24 Nov, 2025 | 06:00 AM

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