पशु चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है. बहुआयामी पशु चिकित्सालय ललड़ी की विशेषज्ञ टीम ने गंभीर रूप से घायल जंगली सांभर के बच्चे की जान बचाकर एक नया इतिहास रच दिया. टूटा हुआ जबड़ा और क्षतिग्रस्त हड्डियां देखकर डॉक्टरों ने हिम्मत नहीं हारी और प्लास्टिक सर्जरी से नन्हे जीवन को नया सहारा दिया.
गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया सांभर
जानकारी के मुताबिक, घायल सांभर ऊना के जंगलों में मिला था. किसी जंगली जानवर के हमले में उसका पूरा जबड़ा टूट चुका था और दांत व हड्डियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं. स्थानीय लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई की. राधा माधव गौशाला की मदद से सांभर को बहुआयामी पशु चिकित्सालय, ललड़ी लाया गया. वहां डॉक्टरों की टीम ने हालात की गंभीरता देखते हुए आपातकालीन सर्जरी का फैसला लिया.
डॉक्टरों की टीम ने 4 घंटे किया संघर्ष
डॉ. मनोज शर्मा, डॉ. नवनीत और डॉ. नेहा की टीम ने लगभग चार घंटे तक चले इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया. सर्जरी के दौरान सांभर का जीवन खतरे में था क्योंकि अत्यधिक खून बह रहा था और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. दो घंटे तक उसकी सांसें कृत्रिम तरीके से चलाई गईं. डॉक्टरों ने सांभर की दोनों नासिकाएं कृत्रिम रूप से बनाई, जबड़े की टूटी हड्डियों को शरीर के अन्य हिस्सों से हड्डियां जोड़कर ठीक किया और प्लास्टिक सर्जरी से जबड़े की त्वचा को नया आकार दिया.
अस्पताल बना पशुपालकों के लिए वरदान
यह सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं बल्कि आधुनिक पशु चिकित्सा का अद्भुत उदाहरण है. बहुआयामी पशु चिकित्सालय ललड़ी ऊना और आसपास के पंजाब क्षेत्रों के पशुपालकों के लिए बड़ी राहत बन चुका है. यहां इकोकार्डियोग्राफी, इलास्टोग्राफी, अल्ट्रासाउंड, ऑर्थोपेडिक सर्जरी, आंखों की सर्जरी, कार्डियक और थोरेसिक सर्जरी, सीजेरियन ऑपरेशन जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. इन सेवाओं की वजह से यह संस्थान अब पीजीआई ऑफ एनिमल्स के नाम से भी जाना जाने लगा है.
उपमुख्यमंत्री के प्रयास से मिला आधुनिक उपकरण
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के प्रयासों से इस अस्पताल में 16 लाख रुपये की लागत से अत्याधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई गई है. इसकी मदद से अब तक लगभग 800 पशुओं का सही निदान और इलाज हो चुका है. इससे स्थानीय पशुपालकों को लाखों रुपये की बचत हुई है. पहले जहां रोग निदान के लिए पशुपालकों को लुधियाना जैसे बड़े शहरों का सहारा लेना पड़ता था, अब वही सुविधा उन्हें पास ही मिल रही है.
सरकार कर रही है अस्पताल का लगातार विस्तार
गौरतलब है कि बहुआयामी पशु चिकित्सालय की स्थापना उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की मेहनत से हुई थी. मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में समय-समय पर इस संस्थान के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं. यहां आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता और विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती से यह अस्पताल उत्कृष्ट सेवाओं के लिए जाना जा रहा है.
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