हम अक्सर सुनते हैं कि पशुओं को अनाज नहीं खिलाना चाहिए, लेकिन यह बात पूरी तरह सही नहीं है. कुछ अनाज ऐसे होते हैं जो इंसानों के साथ-साथ पशुओं को भी फायदा पहुंचाते हैं और बाजरा उनमें से एक है.
बाजरा एक मोटा अनाज है, जो पोषण से भरपूर होता है. इसमें मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस और फाइबर जैसे तत्व अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. यह पशुओं के स्वास्थ्य सुधार, दूध उत्पादन बढ़ाने और वजन बढ़ाने में काफी मददगार साबित होता है. लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं, खासकर अगर हर पशु को बिना समझे-बूझे खिलाया जाए.
किन पशुओं को खिलाना चाहिए बाजरा?
बाजरा सभी पशुओं के लिए उपयुक्त नहीं होता, क्योंकि यह मोटा अनाज है और पचाने में थोड़ा भारी होता है. यदि किसी पशु का पाचन तंत्र कमजोर है, तो उसे बाजरा या तो बहुत कम मात्रा में देना चाहिए या बिल्कुल नहीं देना चाहिए. बाजरा उन पशुओं को देना उचित होता है जिनका पाचन मजबूत हो, जैसे दूध देने वाली गाय और भैंस, अच्छी उम्र के बैल और बैंगन. छोटे पशुओं जैसे बकरी और बछड़ों को भी बाजरा दिया जा सकता है, लेकिन केवल धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाते हुए और सही तरीके से, ताकि कोई हानि न हो.
बाजरा खिलाने से क्या-क्या फायदे होते हैं?
बाजरा सिर्फ एक अनाज नहीं, बल्कि पशुओं के लिए एक प्रभावी स्वास्थ्य टॉनिक है. इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, जिससे पशु स्वस्थ रहते हैं. यह खासकर लीवर की बीमारियों से जूझ रहे या पुराने, कमजोर पशुओं के लिए बेहद लाभदायक है. मादा पशुओं को बच्चा देने के बाद जल्दी रिकवर करने में मदद करता है. दूधारू पशुओं में दूध उत्पादन को बढ़ाता है और छोटे पशुओं का वजन तेजी से बढ़ाता है. सही मात्रा और विधि से दिया गया बाजरा पशुओं की सेहत को बेहतर बनाता है और उनके समग्र विकास में सहायक होता है.
बाजरा कैसे खिलाएं
बाजरा खिलाने का तरीका भी बहुत मायने रखता है. सीधे-सीधे कच्चा बाजरा देने से फायदा कम और नुकसान ज्यादा हो सकता है. इसलिए इन्हें इस तरह देना सही रहेगा:-
- पकाकर दें: बाजरे को अच्छे से पकाकर पशुओं को खिलाएं.
- दलिया बनाएं: बाजरे को दलिया के रूप में पकाकर देना फायदेमंद होता है.
- बाजरे का आटा: इसका आटा बनाकर पानी में मिलाकर या लोइयां बनाकर खिलाएं.
- नमक मिलाना ना भूलें: जब भी बाजरा दें, थोड़ा सा नमक जरूर मिलाएं, जिससे इसका असर और बेहतर हो.
- मात्रा पर ध्यान दें: बड़े पशुओं को 1 से 2 किलो रोजाना, और छोटे पशुओं को थोड़ी मात्रा में ही दें.
दूध बढ़ाने में बाजरा कैसे करता है कमाल?
अगर आपके पशु दूध कम दे रहे हैं या हीट में नहीं आ रहे, तो बाजरा इसमें मददगार हो सकता है. बाजरा खाने से पशु में प्राकृतिक रूप से हीट (गर्मी) आने लगती है, जिससे दूध उत्पादन में इजाफा होता है. एक अच्छा तरीका है कि बाजरे और मेथी को अंकुरित करके 4-5 दिन तक लगातार खिलाएं. इससे भी दूध देने की क्षमता में सुधार होता है.
ध्यान रखें- बाजरे के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं
बाजरा अगर गलत तरीके से या ज्यादा मात्रा में दिया जाए, तो यह पाचन से जुड़ी समस्याएं भी खड़ी कर सकता है. खासकर जिन पशुओं का पेट पहले से ही कमजोर है, उनमें गैस, बदहजमी या अपच की शिकायत हो सकती है. इसलिए जरूरी है कि बाजरा धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाते हुए ही खिलाया जाए, और पहले यह जांच लें कि पशु को यह अनाज सूट करता है या नहीं.