सर्दियों में गाय-भैंस की एक गलती घटा सकती है दूध, जानिए ठंड में सही देखभाल के जरूरी तरीके

सर्दियों में ठंडी हवा और गिरता तापमान गाय-भैंस की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. थोड़ी सी लापरवाही से पशु बीमार पड़ सकते हैं और दूध उत्पादन भी घट सकता है. ऐसे में ठंड के मौसम में सही देखभाल, सुरक्षित जगह और संतुलित खुराक बेहद जरूरी हो जाती है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 25 Dec, 2025 | 08:26 PM
Instagram

Animal Care : सर्दियों का मौसम इंसानों के लिए जितना सुहावना लगता है, उतना ही यह पशुओं के लिए मुश्किल भरा होता है. ठंडी हवा, गिरता तापमान और कोहरा गाय-भैंस की सेहत पर सीधा असर डालता है. अगर समय रहते सही देखभाल न की जाए, तो पशु बीमार पड़ सकते हैं और दूध भी कम हो सकता है. ठंड के दिनों में थोड़ी सी लापरवाही किसानों को बड़ा नुकसान करा सकती है. इसलिए जरूरी है कि सर्दियों में पशुओं की देखभाल को लेकर खास सतर्कता बरती जाए.

ठंड में पशुओं को खुले में बांधना पड़ सकता है भारी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सर्दियों में पशुओं  को खुले में बांधना सबसे बड़ी गलती मानी जाती है. ठंडी हवा सीधे लगने से गाय और भैंस को सर्दी-जुकाम, खांसी और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. इससे उनकी भूख कम हो जाती है और शरीर कमजोर पड़ने लगता है. इसलिए पशुओं को ऐसे बाड़े में रखें जहां हवा सीधे न लगे. बाड़े के चारों ओर तिरपाल, बोरी या प्लास्टिक शीट लगाकर ठंडी हवा रोकी जा सकती है. साथ ही यह भी ध्यान रखें कि फर्श बहुत ठंडा या गीला न हो.

खुराक में बदलाव से बनी रहेगी ताकत और दूध

ठंड के मौसम में पशुओं के शरीर  को गर्म रखने के लिए ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है. मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि अगर खुराक सही न हो, तो दूध उत्पादन तेजी से गिर सकता है. इसलिए सर्दियों में पशुओं के खाने में हरा चारा जरूर शामिल करें. इसके साथ सूखा भूसा, दाना, मिनरल मिक्सचर और थोड़ा सा गुड़ देना फायदेमंद होता है. दलहनों का चूरा भी पशुओं को ताकत  देता है. साफ और गुनगुना पानी पिलाना भी जरूरी है, क्योंकि ठंड में पशु ठंडा पानी कम पीते हैं.

बीमारी के छोटे लक्षणों को न करें नजरअंदाज

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ठंड बढ़ने पर पशुओं में नाक बहना, खांसी, सुस्ती और भूख कम लगना जैसे लक्षण दिख सकते हैं. कई बार किसान इन्हें मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जो बाद में बड़ी बीमारी का रूप ले सकते हैं. अगर पशु बार-बार कांप रहा हो या दूध अचानक कम  हो जाए, तो तुरंत ध्यान देने की जरूरत है. समय पर इलाज न होने पर नुकसान बढ़ सकता है.

छोटी-छोटी सावधानियां बचा सकती हैं बड़ा नुकसान

सर्दियों में पशुओं को रात के समय बोरी या पुराने कंबल से ढकना भी फायदेमंद माना जाता है. सुबह धूप निकलते ही उन्हें कुछ देर धूप में खड़ा करना चाहिए. इससे शरीर गर्म रहता है और रोगों का खतरा कम होता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साफ-सफाई पर भी खास ध्यान देना चाहिए, क्योंकि गंदगी से ठंड में बीमारियां  जल्दी फैलती हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 25 Dec, 2025 | 08:26 PM

कीवी उत्पादन के मामले में देश का सबसे प्रमुख राज्य कौन सा है