गाय-भैंस का दूध अचानक कम हो गया हो तो सतर्क हो जाइए, हो सकती है ये खतरनाक बीमारी

गाय-भैंस का दूध कम होना अब सामान्य नहीं. पशुपालकों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि यह खतरनाक बीमारी का संकेत हो सकता है. समय पर इलाज जरूरी है.

Kisan India
नोएडा | Published: 25 Sep, 2025 | 05:52 PM

Bihar News:- बिहार के किसानों और पशुपालकों के लिए जरूरी खबर है. कई बार गाय या भैंस के थन बाहर से बिल्कुल ठीक लगते हैं, लेकिन दूध उत्पादन में कमी आ जाती है, या दूध का स्वाद खारा हो जाता है. ऐसी स्थिति में यह लक्षण रहित थनैला (Subclinical Mastitis) हो सकता है. यह बीमारी दिखने में सामान्य होती है, लेकिन पशु के स्वास्थ्य और दूध की गुणवत्ता पर गंभीर असर डालती है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार ने इस बीमारी को लेकर चेतावनी दी है और समय रहते पहचान और इलाज की अपील की है. आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण, कारण और बचाव.

थन दिखे सामान्य, लेकिन दूध कम हो तो ध्यान दें

लक्षण रहित थनैला बीमारी (Subclinical Mastitis) में सबसे पहली दिक्कत यही आती है कि बाहर से थन बिलकुल सामान्य दिखते हैं. थन में कोई सूजन नहीं होती, न ही कोई घाव या लालिमा. ऐसे में पशुपालक इसे पहचान नहीं पाते. लेकिन अगर आपकी गाय या भैंस का दूध उत्पादन अचानक कम हो गया हो, तो यह एक संकेत हो सकता है. समय रहते पहचान जरूरी है, नहीं तो बीमारी बढ़कर गंभीर रूप ले सकती है.

दूध निकालने के बाद थन का फूला रहना भी है संकेत

जब आप दूध निकालते हैं, तो सामान्य स्थिति में थन हल्का हो जाना चाहिए. लेकिन अगर दूध दुहने के बाद भी थन फूला हुआ महसूस हो, तो यह भी लक्षण रहित थनैला का संकेत हो सकता है. कई बार थन के ऊपरी हिस्से में हल्की सख्ती भी महसूस होती है, लेकिन वह दर्द नहीं करता. इसे नजरअंदाज नहीं करें.

थनों का आकार अलग-अलग हो जाए, तो हो जाएं सतर्क

स्वस्थ पशु के थन आम तौर पर एक जैसे होते हैं. लेकिन जब एक या दो थन आकार में छोटे या बड़े होने लगें, तो यह इस बीमारी का संकेत हो सकता है. इसका मतलब है कि किसी थन में संक्रमण हो चुका है, जिससे दूध बनना कम हो गया है. ऐसे में तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें और थन की जांच करवाएं.

दूध का स्वाद खारा हो जाए तो बीमारी की जांच कराएं

दूध का स्वाद सामान्य तौर पर मीठा होता है. लेकिन अगर किसी दिन आपको दूध का स्वाद खारा लगे, तो यह लक्षण रहित थनैला का गंभीर संकेत हो सकता है. खारा दूध न केवल पीने में खराब होता है, बल्कि बाजार में बिकने लायक भी नहीं रहता. इससे आपकी आमदनी भी प्रभावित हो सकती है. इसलिए समय पर जांच जरूरी है.

कैसे करें पहचान और क्या है बचाव का तरीका?

लक्षण रहित थनैला की सही पहचान के लिए CMT (California Mastitis Test) जैसी जांच करनी चाहिए, जो पशु चिकित्सक की मदद से की जा सकती है. यह जांच थन में मौजूद सफेद रक्त कोशिकाओं की मात्रा को दिखाता है, जिससे बीमारी की पुष्टि होती है.

बचाव के उपाय:-

  • हर बार दूध दुहने से पहले और बाद में थन को साफ करें.
  • दूध दुहने वाले हाथों और बर्तनों को साफ-सुथरा रखें.
  • पशु के रहने की जगह को सूखा और साफ रखें.
  • समय-समय पर पशु चिकित्सक से थनों की जांच कराएं.
  • संक्रमित थनों से निकला दूध बाकी दूध में न मिलाएं.

Published: 25 Sep, 2025 | 05:52 PM

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