Pig Farming: 114 दिन में तैयार हो जाते हैं बच्चे, सूअर पालन से लाखों की कमाई का फार्मूला जानिए

सूअर पालन कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाला व्यवसाय बन रहा है. मादा सूअर एक बार में कई बच्चे देती है, जिससे सालान लाखों की कमाई संभव है.

नोएडा | Published: 20 Jun, 2025 | 06:04 PM

अब पशुपालन केवल परंपरा नहीं रहा, बल्कि एक तेजी से बढ़ता मुनाफे वाला व्यवसाय बन चुका है. खासतौर पर सूअर पालन (Pig Farming) ऐसा व्यवसाय बन रहा है, जो कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाला साबित हो रहा है. महज 114 दिनों में मादा सूअर बच्चे देती है और यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है. तेजी से बढ़ती आबादी, कम लागत में रखरखाव और मांस की बढ़ती मांग ने इस व्यवसाय को गांव से लेकर शहरों तक लोकप्रिय बना दिया है.

सूअर पालन क्यों बन रहा है फायदे का सौदा

सूअर किसी भी पालतू जानवर के मुकाबले सबसे तेजी से बढ़ता है. इसकी फीड रूपांतरण दक्षता (Feed Conversion Efficiency) काफी बेहतर होती है. यानी जो खाना इसे दिया जाता है, वो शरीर के वजन में जल्दी और अधिक बदलता है. यही वजह है कि इनसे कम समय में अच्छा वजन और उत्पादन मिलता है.

क्या खाता है सूअर

सूअर बहुत सारी चीजें खा सकता है, इनमें अनाज, सब्जियां, फल, गन्ना, चारा, रसोई का कचरा, खाद्य अपशिष्ट और यहां तक कि हरे पत्ते व जड़ें भी. इसकी यह विशेषता इसे कम लागत वाला और उपयोगी पशु बना देती है. इसकी देखभाल भी बेहद आसान है और भोजन की व्यवस्था सस्ती पड़ती है.

छोटा निवेश और बड़ा रिटर्न

सूअर पालन की शुरुआत के लिए तीन प्रमुख मॉडल

  • ब्रीडिंग यूनिट – मादा और नर सूअर से बच्चों को तैयार करना.
  • फैटनिंग यूनिट- बच्चों को बड़ा और मोटा कर बाजार के लायक बनाना.
  • कमर्शियल यूनिट – ब्रीडिंग और फैटनिंग दोनों का संयोजन, जिसमें शुरुआत से लेकर बाजार तक की पूरी प्रक्रिया होती है.

लाखों की कमाई वाला कारोबार

एक मादा सूअर औसतन 114 से 115 दिन में बच्चे देती है और हर बार 6 से 7 बच्चे जन्म ले सकते हैं. यानी हर चार महीने में सूअरों की संख्या दोगुनी हो जाती है. जितने ज्यादा सूअर, उतना ज्यादा मांस और मुनाफा. विशेषज्ञों की माने तो 2–3 लाख रुपये की लागत में सालभर में 3 लाख रुपये या उससे ज्यादा की कमाई आराम से हो सकती है. खर्च बहुत कम है सिर्फ खाने और देखभाल का. ऐसे में गांव के लोग ही नहीं, अब शहरी युवा भी इस कारोबार में उतर रहे हैं.