मछली पालन में बढ़त के लिए सही फीड और साफ पानी जरूरी, जानिए आसान तरीके

मछली पालन में तेजी से वृद्धि के लिए पूरक आहार में सूक्ष्म खनिज और प्रोबायोटिक्स मिलाना जरूरी है. पानी की गुणवत्ता और साफ-सफाई का ध्यान रखें. सही देखभाल से मछलियां स्वस्थ और तेजी से बढ़ती हैं, जिससे मुनाफा बढ़ता है.

Kisan India
नोएडा | Published: 14 Sep, 2025 | 07:40 PM

Bihar News: बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने मत्स्य निदेशालय की ओर से मछली पालकों के लिए सितंबर माह की कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं. ये सुझाव इस लिए हैं कि मछलियां जल्दी बढ़ें और मछुआरों की आमदनी अच्छी हो. अगर आप मछली पालन कर रहे हैं, तो इन बातों को अपनाएं.

फीड सप्लीमेंट में सूक्ष्म खनिज (Mineral Mixture) मिलाएं

मछली पालन  में बेहतर परिणाम के लिए प्रति किलोग्राम पूरक आहार (supplementary feed) में 10 ग्राम सूक्ष्म खनिज तत्व यानी Mineral Mixture मिलाना बहुत जरूरी है. ये सूक्ष्म खनिज मछलियों की हड्डियों को मजबूत बनाने, उनकी शारीरिक वृद्धि को तेज करने और कुल स्वास्थ्य सुधार में मदद करते हैं. इन तत्वों की नियमित आपूर्ति से मछलियाँ बीमारियों से भी बची रहती हैं और उनका विकास समान रूप से होता है. पूरक आहार में Mineral Mixture मिलाकर देने से मछली पालन व्यवसाय को आर्थिक रूप से भी बड़ा लाभ होता है. यह एक आसान, सस्ता और कारगर उपाय है.

प्रोबायोटिक का उपयोग करें

मछलियों की सेहत  और अच्छी बढ़वार के लिए उनके आहार में 2 से 5 ग्राम गट-प्रोबायोटिक्स मिलाना जरूरी है. प्रोबायोटिक्स मछलियों के पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और भोजन को बेहतर तरीके से पचाने में मदद करते हैं. इससे मछलियों की भूख बढ़ती है और उनका विकास तेजी से होता है. इसके अलावा, प्रोबायोटिक्स मछलियों की प्रतिरक्षा क्षमता (इम्यून सिस्टम) को भी मजबूत करते हैं, जिससे वे सामान्य बीमारियों से कम प्रभावित होती हैं. यह एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है, जिससे रासायनिक दवाओं की जरूरत कम हो जाती है और मछली पालन ज्यादा लाभकारी बनता है.

वनस्पति तेल या बाइंडर के साथ मिलाएं

फीड में Mineral Mixture और प्रोबायोटिक्स को वनस्पति तेल या बाजार में मिलने वाला कोई बाइंडर (Binder) 30 मिलीलीटर प्रति किलो भोजन में मिलाया जाना चाहिए. इस मिश्रण से सूखा आहार एकसूत्री (uniform) बनेगा और मछलियां उसे अच्छी तरह सहेज सकेंगी.

रोज खिलाना चाहिए

तैयार किए गए इस पूरक मिश्रण को मछलियों को प्रतिदिन नियमित रूप से देना बहुत जरूरी है. जब मछलियों को यह मिश्रण लगातार दिया जाता है, तो उनकी बढ़वार तेज होती है और वे स्वस्थ रहती हैं. इससे मछुआरों को मछली उत्पादन में बेहतर लाभ मिलता है. नियमित फीडिंग से मछलियों का वजन और आकार जल्दी बढ़ता है, जिससे बाजार में उनकी मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती है. इसलिए, मछली पालन में सफलता पाने के लिए इस पूरक आहार को समय-समय पर और सही मात्रा में देना बहुत आवश्यक है. इससे मछुआरों की आमदनी भी अच्छी होती है.

ध्यान देने योग्य बातें और सावधानियां

यह पूरक आहार केवल फीड के साथ ही विशेष मात्रा में मिलाकर देना चाहिए, ज्यादा मात्रा से नुकसान हो सकता है. मछली पालन में साफ-सफाई का खास ध्यान रखें और पानी की गुणवत्ता भी अच्छी होनी चाहिए. पानी में ऑक्सीजन का स्तर सही होना जरूरी है ताकि मछलियां स्वस्थ रहें और अच्छी बढ़वार हो सके. अगर मछलियां ठीक से बढ़ नहीं रही हैं या उनमें कोई बीमारी के लक्षण दिखें, तो तुरंत अपने स्थानीय मत्स्य विभाग से संपर्क करें और सलाह लें. सही देखभाल से ही मछली पालन सफल और लाभदायक होता है.

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Published: 14 Sep, 2025 | 07:40 PM

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