ठंड में बकरियों की सेहत बचानी है तो आहार में न करें गलती, अपनाएं ये आसान देसी उपाय

सर्दियों में बकरियों की सेहत बनाए रखना पशुपालकों के लिए बड़ी चुनौती बन जाता है. गलत समय पर हरा चारा या ओस लगा भोजन बकरियों को बीमार कर सकता है. विभाग के अनुसार, ठंड में सही तापमान, संतुलित आहार और सूखे चारे का सही इस्तेमाल बकरियों को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 20 Dec, 2025 | 10:54 AM

Goat Farming : सर्दियों का मौसम जहां इंसानों के लिए ठंड, खांसी और जुकाम लेकर आता है, वहीं बकरियों के लिए यह मौसम और भी ज्यादा सतर्कता मांगता है. ठंड बढ़ते ही अगर बकरियों के खानपान में थोड़ी भी लापरवाही हो जाए, तो वे जल्दी बीमार पड़ सकती हैं. इसी को देखते हुए बिहार सरकार के डेयरी, मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग ने ठंड के मौसम में बकरियों के आहार प्रबंधन को लेकर जरूरी सलाह जारी की है. सही समय पर सही चारा देने से न सिर्फ बकरियां स्वस्थ रहती हैं, बल्कि दूध और वजन दोनों पर इसका अच्छा असर पड़ता है.

सर्दियों में बकरियों के आहार पर क्यों जरूरी है ध्यान

बिहार सरकार के डेयरी, मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग के अनुसार, सर्दियों में बकरियों  की पाचन क्षमता थोड़ी कमजोर हो जाती है. ठंड की वजह से शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है, लेकिन गलत चारा या गलत समय पर खिलाया गया भोजन नुकसान पहुंचा सकता है. खासकर हरा चारा अगर सावधानी से न दिया जाए, तो पेट फूलना, अपच और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए सर्दियों में आहार प्रबंधन को हल्के में नहीं लेना चाहिए.

हरा चारा दें, लेकिन सीमित और सही समय पर

विभाग के अनुसार, अगर हरा चारा उपलब्ध  है तो उसे बकरियों को सीमित मात्रा में ही देना चाहिए. इस मौसम में बरसीम, जई, सरसों की हरी पत्तियां और मेथी जैसे चारे बकरियों के लिए उपयुक्त माने जाते हैं. ये चारे पोषण से भरपूर  होते हैं और ठंड में शरीर को ताकत भी देते हैं. हालांकि ध्यान रखने वाली सबसे जरूरी बात यह है कि सुबह बहुत ठंड में हरा चारा न दिया जाए. ओस लगा हुआ चारा बकरियों को बिल्कुल नहीं खिलाना चाहिए, क्योंकि इससे पेट फूलने का खतरा काफी बढ़ जाता है.

ओस लगे चारे से क्यों करें परहेज

सर्दियों की सुबह हरे चारे पर ओस जमी रहती है. ऐसा चारा अगर बकरियां खा लें, तो पेट में गैस बनने लगती है और सूजन आ सकती है. कई मामलों में यह समस्या गंभीर भी हो सकती है. इसलिए बेहतर यही है कि हरे चारे को धूप में थोड़ा सूखने दें या फिर दिन चढ़ने के बाद ही खिलाएं. इससे चारा सुरक्षित  रहता है और बकरियों को नुकसान नहीं होता.

सूखा चारा और संतुलित आहार है सबसे बेहतर उपाय

ठंड के मौसम  में बकरियों के लिए सूखा चारा ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. भूसा, सूखी घास और दाना संतुलित मात्रा में देने से बकरियों को जरूरी ऊर्जा मिलती है. विभाग के अनुसार, हरे चारे के साथ-साथ सूखे चारे का संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी है. इससे पाचन भी सही रहता है और ठंड में शरीर की ताकत  भी बनी रहती है. साथ ही साफ पानी की उपलब्धता भी जरूरी है, ताकि बकरियां स्वस्थ रहें.

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