आधुनिक कृषि तकनीकों का इस्तेमाल किसानों को बढ़ाना होगा, ताकि उनकी लागत को कम किया जा सके और उत्पादन के साथ क्वालिटी को बेहतर किया जा सके. तमाम प्रयासों के बावजूद किसान पारंपरिक तरीकों पर टिके हुए हैं. ऐसे में अब आंध्र प्रदेश सरकार ने तय किया है कि उसके विधायक घर-घर जाकर किसानों को आधुनिक तरीकों से खेती करने के लिए प्रेरित करेंगे और उससे होने वाले फायदों की जानकारी देंगे. इसकी जानकारी अभियान की शुरुआत 24 नवंबर से होगी. इस दौरान डेयरी, पोल्ट्री, हॉर्टिकल्चर और सेरीकल्चर किसानों को खासतौर पर कृषि की आधुनिक तकनीकों पर शिफ्ट करने की अपील की जाएगी. बता दें कि कुछ सप्ताह पहले एसोचैम की रिपोर्ट में देश के 86 फीसदी किसानों को कृषि तकनीक जानकारी या पहुंच नहीं होने का खुलासा किया गया है.
आंध्र प्रदेश सरकार 24 से 29 नवंबर तक रयतन्ना मी कोसम प्रोग्राम ऑर्गनाइज करेगी, जिसका मकसद खेती में ‘क्रांतिकारी’ बदलावों के ज़रिए खेती को फायदेमंद बनाना है. खेती में फायदे के लिए 5 पॉइंट फॉर्मूले पर फोकस करते हुए इस पहल में लेजिस्लेटिव असेंबली के मेंबर यानी विधायक (MLA) इस दौरान किसानों के घर जाकर खेती के नए तरीकों के बारे में अवेयरनेस फैलाएंगे. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने किसानों में अवेयरनेस लाने के लिए अधिकारियों के साथ एक टेली कॉन्फेंस की और इस लक्ष्य के लिए निर्देश जारी किए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कि किसानों को नई कृषि तकनीकों और मॉडर्न खेती के बारे में जागरूक करना जरूरी है. इसके लिए पार्टी के विधायक किसानों और ग्रामीणों के घरों में दौरा करेंगे और 3 दिसंबर को रायथू सेवा सेंटर पर वर्कशॉप में भी किसानों को प्रेरित किया जाएगा. इस दौरान कृषि वैज्ञानिक भी रहेंगे जो किसानों को आधुनिक खेती के तरीकों, मशीनों, फायदों की शुरुआती ट्रेनिंग देंगे.
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डेयरी, पोल्ट्री, हॉर्टिकल्चर और सेरीकल्चर किसानों के लिए ट्रेनिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की भलाई के लिए कमिटेड है और अन्नदाता सुखीभव – PM किसान स्कीम के तहत दो इंस्टॉलमेंट में 6,310 करोड़ रुपये क्रेडिट किए हैं. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने डेयरी, पोल्ट्री, हॉर्टिकल्चर और सेरीकल्चर किसानों के लिए जागरूकता के साथ ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि प्रोग्राम ऑर्गनाइज करने के लिए रायतु सेवा सेंटर्स को एक्शन प्लान बनाना चाहिए.
ऑर्गेनिक प्रोडक्ट के लिए नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा
मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि खेती की चीजों में वैल्यू एडिशन लाने के लिए नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. CM ने कहा कि नेचुरल फार्मिंग से मिट्टी सुरक्षित रहेगी और रायतु बाजारों में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने की अपील की. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके खेती की लागत कम की जानी चाहिए, जबकि फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स खेती की चीजों में वैल्यू एडिशन लाने में मदद करेंगी.
देश के 86 फीसदी किसानों को नई कृषि तकनीकों का पता ही नहीं
हाल ही में एसोचैम की रिपोर्ट में बताया गया था कि देश के 86 फीसदी किसानों को नई कृषि तकनीकों का पता ही नहीं और वे पुराने तरीकों से ही खेती पर टिके हुए हैं. एसोचैम ने अपनी रिपोर्ट में सवाल उठाया था कि देश में 150 केंद्रीय और राज्य स्तरीय कृषि संस्थानों के अलावा 700 से ज्यादा कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) हैं, फिर भी नई कृषि तकनीकों की जांच या पहुंच के लिए कोई एकीकृत मॉडल या सिस्टम नहीं है. मौजूदा व्यवस्था बिखरी हुई और धीमी है. सरकार को कृषि विकास के लिए कई बिंदुओं पर बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है.
माना जा रहा है कि आंध्र प्रदेश सरकार इस रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए किसानों को जागरूक करने और ट्रेनिंग देने के लिए एक्शन मोड में आ गई है.