पशुपालन आज के समय में किसानों और युवाओं के लिए कमाई का बड़ा साधन बन गया है. जहां लोग पहले केवल गाय-भैंस और बकरी पालन पर ध्यान देते थे, वहीं अब खरगोश पालन भी एक शानदार विकल्प बन चुका है. भारतीय बाजार और विदेशी बाजार में खरगोश के मांस की मांग लगातार बढ़ रही है. यही कारण है कि इसे पालने वाले लोग कम खर्च में अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं. खरगोश पालन आसान होने के साथ-साथ बेहद लाभदायक भी है.
खरगोश पालन के लिए जरूरी माहौल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खरगोश बहुत ही शांत और प्यारा पशु होता है. इसे पालने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन इस पशु के लिए जलवायु का सामान्य होना बेहद जरूरी है. न तो ज्यादा गर्मी और न ही ज्यादा ठंड में यह ठीक से रह पाता है. हालांकि ठंडी जलवायु में खरगोश अच्छी तरह बढ़ते और फलते-फूलते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर साफ-सुथरे और संतुलित वातावरण में इन्हें रखा जाए तो इनका पालन बेहद आसान हो जाता है.
भोजन और देखभाल की व्यवस्था
खरगोश को हरी चीजें बहुत पसंद होती हैं. घास, हरी सब्जियां और पौष्टिक दाने इनके लिए अच्छा भोजन माने जाते हैं. इनके आहार में प्रोटीन, विटामिन और खनिज लवण होना जरूरी है, ताकि उनकी सेहत अच्छी बनी रहे. साथ ही खरगोश को हमेशा ताजा पानी देना चाहिए. ज्यादा खर्च भी नहीं आता क्योंकि यह अन्य जानवरों की तुलना में बहुत कम खाते हैं. अगर आप किसान या पशुपालक हैं तो इन्हें पालना और भी आसान हो जाता है क्योंकि भोजन और चारे की उपलब्धता पहले से ही रहती है.
खरगोश पालन के बड़े फायदे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खरगोश पालन के कई फायदे हैं. सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें बहुत कम लागत आती है. दूसरी बात, एक मादा खरगोश एक बार में 5 से 8 बच्चों को जन्म देती है और सालभर में कई बार बच्चे पैदा करती है. इससे बहुत तेजी से इनकी संख्या बढ़ जाती है. तीसरी खासियत यह है कि खरगोश 3 से 4 महीने में बाजार में बिकने लायक हो जाता है. यही वजह है कि यह व्यवसाय कम समय में अच्छा मुनाफा देता है. इसके अलावा इन्हें पालने के लिए बहुत ज्यादा ध्यान या बड़े स्थान की जरूरत नहीं होती. छोटे-छोटे पिंजरे या शेड में भी इन्हें आराम से पाला जा सकता है.
नस्लों का चुनाव क्यों है जरूरी?
खरगोश पालन शुरू करने से पहले सही नस्ल का चुनाव करना बेहद जरूरी होता है. अच्छी नस्ल के खरगोश जल्दी बढ़ते हैं और उनका वजन भी ज्यादा होता है. इनकी खाल और मांस की गुणवत्ता बेहतर होती है. कई नस्लें मांस के लिए मशहूर हैं तो कई नस्लें उनकी मुलायम खाल के कारण ज्यादा पसंद की जाती हैं. इसलिए किसान और पशुपालक अगर अच्छी नस्लें चुनते हैं तो उन्हें बाजार में और भी बेहतर दाम मिल सकते हैं.
किसानों के लिए आय का नया साधन
खरगोश पालन न सिर्फ कम खर्च वाला काम है, बल्कि यह किसानों के लिए आय का अतिरिक्त साधन भी बन सकता है. आजकल कई जगहों पर प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं, जहां किसानों को खरगोश पालन की तकनीक और देखभाल के तरीके सिखाए जाते हैं. कई राज्यों में सरकार भी इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए योजना चला रही है. इस तरह किसान और पशुपालक परंपरागत खेती के साथ-साथ खरगोश पालन को भी अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं.
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