फसलों के अच्छे उत्पादन और उनकी विकास के लिए बेहद जरूरी है कि किसान फसलों को सही और जरूरी पोषक तत्व दें. ताकि पौधों की अच्छी ग्रोथ हो सके और किसानों को अच्छी पैदावार मिल सके. किसानों के लिए जरूरी है कि वे अपने खेत की मिट्टी को सही पोषण जरूर दें, ताकि पौधें जड़ से मजबूत हो सकें. ऐसे में किसान अपनी फसलों पर इफको मैग्नीशियम सल्फेट का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह उर्वरक खेत की मिट्टी को सही करने का काम करता है. इसका इस्तेमाल खास तौर पर पॉट मिक्स के लिए किया जाता है.
ऐसे काम करता है मैग्नीशियम सल्फेट
मैग्नीशियम सल्फेच एक ऐसा पोषक तत्व है जो कि मिट्टी में मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने का काम करती है. इसके इस्तेमाल से फसलों को मिलने वाले नाइट्रोजन और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करने के काम करता है. बता दें कि मैग्नीशियम सल्फेट उन फसलों पर सबसे ज्यादा असर करता है जिन पौधों को बढ़ने के लिए मैग्नीशियम से भरपूर मिट्टी की जरूरत होती है.

IFFCO Magnesium Sulphate
ऐसे करें फसलों पर इस्तेमाल
मैग्नीशियम सल्फेट का इस्तेमाल फसल की बुवाई या खड़ी फसलों में सीधे मिट्टी में करना चाहिए. नम और भारी मिट्टी में 50 से 60 किग्रा प्रति एकड़ और हल्की मिट्टी में 40 से 50 किग्रा प्रति एकड़ की दर से इसका इस्तेमाल करना चाहिए. किसान चाहें तो इसका इस्तेमाल पत्तेदार स्प्रे विधि से भी कर सकते हैं. 5 लीटर मैग्नीशियम सल्फेट को प्रति लीटर पानी के साथ मिलाकर फसलों पर छिड़काव करें. इस घोल का छिड़काव फसलों पर 10 से 15 दिनों के अंतर में 2 से 3 बार करना चाहिए. बता दें कि इसके छिड़काव का सबसे सही समय सुबह या शाम का होता है.
मैग्नीशियम सल्फेट के फायदे
बात करें इफको मैग्नीशियम सल्फेट के फायदों की, तो फसलों पर इसके इस्तेमाल से पौधों में क्लोरोफिल की मात्रा बढ़ती है और ये फसलों को हरा-भरा रखने में मदद करता है. पौधों में बनने वाले एंजाइम्स के लिए मैग्नीशियम सल्फेट बेहद जरूरी है. इसके इस्तेमाल से पौधों में नई शाखाओं को बढ़ाने में मदद मिलती है. इसके साथ ही नाइट्रोजन और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्वों को सोखने में मैग्नीशियम सल्फेट मिट्टी की मदद करती है.