बाढ़ पीड़ित किसानों को अपनी सैलरी देंगे कैबिनेट मिनिस्टर, फसलें चौपट होने पर डिप्टी सीएम का बड़ा ऐलान

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गुरुवार को नासिक जिला  स्थित अपने विधानसभा क्षेत्र येओला के प्रभावित कृषि क्षेत्रों का दौरा करेंगे और फसलों को हुए नुकसान का प्रत्यक्ष आकलन करेंगे. इस दौरान वे किसानों से बात भी करेंगे.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 24 Sep, 2025 | 04:39 PM

Maharashtra News: इस साल बारिश ने महाराष्ट्र में भारी तबाही मचाई. नासिक, पुणे और सोलापुर सहित कई जिलों में 30,000 हेक्टेयर खरीफ फसलों को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा है. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ है. हालांकि, राज्य सरकार ने किसानों को हर संभव मदद करने का आश्वसन दिया है. इसी बीच महाराष्ट्र के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री और राकांपा नेता छगन भुजबल ने राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों की सहायता के लिए एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने का ऐलान किया है. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि वह भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसलों को हुए भारी नुकसान से जूझ रहे किसानों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. वहीं, डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी किसानों को मदद का आश्वासन दिया है.

मंत्री के कार्यालय के मुताबिक, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गुरुवार को नासिक जिला  स्थित अपने विधानसभा क्षेत्र येओला के प्रभावित कृषि क्षेत्रों का दौरा करेंगे और फसलों को हुए नुकसान का प्रत्यक्ष आकलन करेंगे. दरअसल, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हाल ही में आई बाढ़ ने फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया है. सोयाबी, प्याज, मक्का और धान  सहित कई फसलें बर्बाद हो गईं. इससे किसानों की आर्थिक नुकसान की आशंका बढ़ गई है.

बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा

राकांपा (सपा) ने बुधवार को कहा कि उसके वरिष्ठ नेता प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और संकटग्रस्त किसानों को सहायता प्रदान करेंगे. एक बयान में पार्टी ने कहा कि उसका उद्देश्य किसानों की कठिनाइयों को समझना है. क्योंकि इस साल बारिश से खेतों में खड़ी फसलें प्रभावित हुईं, जिससे किसानों की आजीविका पर असर पड़ा है.

30,000 हेक्टेयर से ज्यादा फसल बर्बाद

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों का कहना है कि इस साल मध्य महाराष्ट्र में बारिश ने भारी तबाही मचाई है. अभी तक कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. साथ ही कई गांव जलमग्न हो गए हैं. इससे 30,000 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं. खासकर सोलापुर जिले के कई इलाकों में भी भारी बारिश के कारण पानी भर गया है. ऐसे में यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई है. किसान मंडियों तक अपनी उपज लेकर नहीं पहुंच पा रहे हैं.

अजित पवार ने दिया मदद का आश्वासन

जबकि, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बारिश से प्रभावित किसानों से हिम्मत न हारने की अपील की है. उन्होंने सरकार से मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने बुधवार को प्रशासन को निर्देश दिया कि राज्य में हाल ही में हुई भारी बारिश से फसल को हुए नुकसान से प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता सुनिश्चित की जाए.

Published: 24 Sep, 2025 | 03:59 PM

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