सरकार की इस पहल से किसानों की बढ़ी कमाई, सेब के साथ कर रहे इन फसलों की खेती

चंबा जिले के किरी गांव में ग्राम विकास विभाग की ‘गहन सेब बागवानी’ योजना से किसानों को बेहतर आमदनी मिल रही है. मनरेगा के तहत उन्नत किस्म के पौधों का वितरण किया गया है.

नोएडा | Updated On: 23 Jun, 2025 | 06:41 PM

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में ग्राम विकास विभाग की योजनाओं के तहत शुरू की गई ‘गहन सेब की बागवानी’ पहल से किसानों की अच्छी कमाई हो रही है. खास कर महला ब्लॉक स्थित किरी गांव के किसानों को इस पहल से ज्यादा मुनाफा हो रहा है. एक शब्द में कहें, तो यह पहल टिकाऊ रोजगार का जरिया बन गई है. अब इस गांव के किसान अच्छी किस्म के सेब उगाने रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छा रेट मिल रहा है. ऐसे में इस गांव के किसान आत्मनिर्भर बनते जा रहे हैं.

जिला विकास अधिकारी ओम प्रकाश ठाकुर का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2024–25 में किरी पंचायत के 100 परिवारों को मनरेगा योजना के तहत करीब 12,000 उन्नत किस्म के सेब के पौधे बांटे गए. उन्होंने कहा कि ये पौधे नई पीढ़ी की किस्मों के हैं, जिन्हें M-9 और M-11 जैसे आधुनिक रूटस्टॉक पर तैयार किया गया है. इन पौधों में रेड वेलॉक्स, डार्क बैरन गाला, सुनीको गाला, जेरोमाइन और किंग रॉट जैसी प्रजातियां शामिल हैं, जो अपनी ऊंची बाजार कीमत और अच्छी पैदावार के लिए जानी जाती हैं.

सेब के साथ इन फसलों की खेती

पौधे बांटने से पहले विभाग ने लाभार्थियों को कृषि मानकों और बेहतर तरीकों के अनुसार खेत तैयार करने में भी मदद की. किसान हुकुम सिंह, बबलू, संतो राम, शेर सिंह और माधो राम का कहना है कि इस पहल से सेब की गहन खेती के प्रति लोगों में दिलचस्पी बढ़ी है और आसपास के क्षेत्रों में भी इसका असर दिखाई देने लगा है. किसानों ने कहा कि इस क्षेत्र में लोग परंपरागत रूप से बंदगोभी और मटर जैसी नकदी फसलें उगाते रहे हैं, लेकिन अब कई किसान सेब की खेती को एक पूरक विकल्प के तौर पर अपनाने लगे हैं.

किसान कर रहे हैं मिश्रित खेती

किसानों ने कहा कि गहन सेब बागवानी को अपनाने से इंटरक्रॉपिंग (मिश्रित खेती) के मौके भी बढ़े हैं, जिससे किसान एक साथ सब्जियां और फल उगाकर अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं. क्षेत्र के किसानों और बागवानों का मानना है कि विकास योजनाओं के साथ-साथ ग्रामीण विकास विभाग द्वारा दी जा रही दीर्घकालिक स्वरोजगार की सुविधाएं उन्हें सशक्त बनाने और इलाके में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रही हैं.

Published: 23 Jun, 2025 | 06:36 PM