पंजाब का सबसे बड़ा जिला लुधियाना इस बार भी गेहूं की खरीद और उठाव (लिफ्टिंग) में, ईस्ट और वेस्ट दोनों सर्कलों में सबसे आगे रहा है. इससे किसानों के चेहरे खिले हुए हैं, क्योंकि अधिकांश किसानों को भुगतान हो गया है. यानी उनके खाते में उपज की राशि पहुंच गई है. अब जब गेहूं की खरीद अगले 3-4 दिनों में खत्म होने वाली है, तो लुधियाना ईस्ट और वेस्ट की कई मंडियों में बहुत थोड़ा गेहूं बचा है, जिसे जल्द ही उठा लिया जाएगा. लुधियाना ईस्ट की जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी (DFSC) शेफाली चोपड़ा ने कहा कि लुधियाना पिछले तीन सालों से लगातार गेहूं की खरीद और लिफ्टिंग में टॉप पर है. साल 2023-24 में लुधियाना को ‘बेस्ट प्रोक्योरमेंट’ का अवॉर्ड भी मिला है.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शेफाली चोपड़ा ने कहा कि लुधियाना ईस्ट सर्कल से करीब 97 फीसदी गेहूं उठाया जा चुका है. चोपड़ा ने कहा कि हम ईस्ट सर्कल को एक जिले की तरह मानते हैं, क्योंकि यहां एरिया और मंडियां बहुत ज़्यादा हैं. इस बार लुधियाना ईस्ट में 12 मई तक कुल 4,18,310.8 लाख मीट्रिक टन और वेस्ट सर्कल में 3,94,427.6 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है. वेस्ट सर्कल से भी लगभग 93-94 फीसदी गेहूं उठाया जा चुका है.
97.47 फीसदी गेहूं उठाया गया
उन्होंने आगे कहा कि अब 2-3 दिनों में खरीद प्रक्रिया पूरी तरह खत्म हो जाएगी. हालांकि SAS नगर से 97.47 फीसदी गेहूं उठाया गया, लेकिन वहां की कुल खरीद और एरिया लुधियाना से काफी कम था. DFSC ने यह भी कहा कि पंग्रेन (Pungrain) ने लुधियाना से 100 फीसदी गेहूं उठा लिया है.
गेहूं की लिफ्टिंग से किसान खुश
इस बीच किसानों का कहना है कि धान की तुलना में गेहूं की लिफ्टिंग ज्यादा आसान रही. कुछ मंडियों में थोड़ी बहुत दिक्कतें जरूर आईं, लेकिन कुल मिलाकर व्यवस्था ठीक रही और लिफ्टिंग से वे संतुष्ट हैं. उपायुक्त (DC) हिमांशु महाजन ने कहा कि पूरी खरीद प्रक्रिया के दौरान किसानों को हर सुविधा दी गई और भुगतान भी तय समय में किया गया. जिले के अधिकतर किसान संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि कहीं-कहीं पर कुछ किसानों को थोड़ी समस्या हुई होगी, लेकिन वह भी जल्दी सुलझा ली गई क्योंकि ज्यादातर स्टाफ मौके पर ही मौजूद था.