धान खरीद को लेकर बड़ा अपडेट, 17 फीसदी से अधिक नमी होने पर फसल बेचने में हो सकती है दिक्कत

पंजाब में 16 सितंबर से धान की खरीद शुरू हो रही है. लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने किसानों से अपील की है कि वे 17 फीसदी या उससे कम नमी वाली सूखी धान ही मंडियों में लाएं. मंडियों में साफ-सफाई, पानी, शेड और अन्य जरूरी सुविधाओं के इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 12 Sep, 2025 | 05:15 PM

Punjab New: पंजाब में 16 सितंबर से धान की खरीद शुरू हो जाएगी. इसके लिए क्रय केंद्रों पर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. इसी बीच लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने गुरुवार को किसानों से अपील की कि वे 17 फीसदी या उससे कम नमी वाली सूखी धान ही मंडियों में लेकर आएं, ताकि 16 सितंबर से शुरू होने वाली खरीद प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के चल सके. यानी जो किसान 17 फीसदी अधिक नमी वाले धान लेकर मंडी पहुंचेंगे, तो उन्हें समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने कहा है कि कंबाइन हार्वेस्टर मशीनें सिर्फ सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही चलाने की अनुमति होगी, ताकि फसल कटाई का काम ठीक तरीके से हो सके. अगर कोई इन नियमों का उल्लंघन करेगा, तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा और मशीनें जब्त कर ली जाएंगी. डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि अगर किसान 17 फीसदी या उससे कम नमी वाली धान मंडी में लाएंगे, तो उन्हें फसल बेचने में कोई दिक्कत नहीं होगी.

108 अनाज मंडियां और 79 अस्थाई खरीद केंद्र

डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग और मंडी बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे धान की खरीद के लिए मंडियों और अस्थायी खरीद केंद्रों में सभी जरूरी इंतजाम सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए हर मंडी और अस्थायी केंद्र पर साफ-सफाई, पीने का पानी, शेड, लाइट, पंखे और शौचालय जैसी सुविधाएं पूरी होनी चाहिए. ऐसे जिले में इस बार 108 अनाज मंडियां और 79 अस्थायी खरीद केंद्र बनाए गए हैं. डिप्टी कमिश्नर ने यह भी भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार इस खरीफ सीजन में किसानों की एक-एक दाना धान बिना किसी परेशानी के खरीदेगी. जबकि, पूरे प्रदेश में धान खरीदे के लिए 1,872 मंडियों को खोलने की अनुमति दी गई.

अधिकारियों ने धान खरीद पर जताई चिंता

वहीं, बीते दिनों खबर सामने आई थी कि जल्दी धान खरीद पर फूड और सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों ने चिंता जताई है कि जमीनी स्तर पर हालात अनुकूल नहीं हैं, जिससे समय पर खरीद शुरू करना कई जगहों पर संभव नहीं दिख रहा. क्योंकि इस साल बाढ़ ने पंजाब में धान की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया है. खास कर कपूरथला, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का जिला बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हैं. इन जिलों में कृषि नुकसान की खबरें हैं. खास कर धान की फसल को बहुत अधिक हानि हुई है. अभी भी खेतों में जलभराव है. ऐसे में किसानों को धान की कटाई शुरू करने में 10 दिन और लग सकती है.

 

 

 

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Published: 12 Sep, 2025 | 05:03 PM

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