तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में लगातार बारिश के बाद अब मौसम साफ और सूखा हो गया है, जिससे कपास किसानों को बड़ी राहत मिली है. बेहतर मौसम के चलते अब किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 8,110 रुपये प्रति क्विंटल मिलने की उम्मीद बढ़ गई है, बशर्ते कपास में नमी 8 फीसदी से कम हो. निजी व्यापारी और कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) दोनों ही नमी के आधार पर कपास की कीमत में कटौती करते हैं. लेकिन अब सूखे मौसम में किसान कपास की नमी को घटा पा रहे हैं, जिससे उन्हें बेहतर दाम मिलने की संभावना है. हालांकि, इस बार कपास उत्पादन में 20 फीसदी से अधिक गिरावट की संभावना है.
पहले लगातार बारिश और फसल खराब होने को लेकर चिंतित किसान अब कपास के धूप में सूखने से फिर से उम्मीदें पालने लगे हैं. हालांकि कृषि अधिकारियों का कहना है कि खराब मौसम के कारण इस बार कपास की कुल पैदावार में लगभग 25 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है. पहले कपास की बॉल्स के काले पड़ने या बारिश से खराब होने का खतरा था, लेकिन अब धूप मिलने से फसल प्राकृतिक रूप से सूख रही है, जिससे नुकसान टल गया है. खरीफ सीजन में आदिलाबाद जिले में 4.30 लाख एकड़ और कोमरम भीम आसिफाबाद जिले में 3.34 लाख एकड़ में कपास की खेती हुई है.
38 लाख क्विंटल कपास के उत्पादन की उम्मीद
डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक, कोमरम भीम आसिफाबाद जिले के कृषि अधिकारियों को इस सीजन में करीब 38 लाख क्विंटल कपास के उत्पादन की उम्मीद है. आदिलाबाद और कोमरम भीम आसिफाबाद, दोनों जिलों में प्रशासन ने नवंबर के पहले हफ्ते से कपास की खरीद शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है. कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) भी तय केंद्रों पर अपने खरीद केंद्र खोलने की योजना बना रहा है. आदिलाबाद ग्रामीण मंडल के मामिडिगुड़ा गांव के किसान आनंद राव ने कहा कि गीले कपास की बॉल्स अब धूप में अच्छी तरह सूख रही हैं, जिससे नमी कम होगी. जंगल वाले इलाकों में अब कोहरा भी नहीं है, जो पहले चिंता का कारण था.
कमाई बढ़ाने के लिए सरकार पूरी तरह से तत्पर
वहीं, केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने शुक्रवार को ऐलान किया था कि केंद्र सरकार राज्य में उगाया गया सारा कपास खरीदेगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी इस प्रक्रिया में पूरी तरह सहयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि कपास किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए सरकार पूरी तरह से तत्पर है. साथ ही मंत्री ने किसानों से अपील की कि वे बिचौलियों के झांसे में न आएं और अपनी फसल सस्ते में न बेचें. उन्होंने कहा कि कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) इस बार कपास की खरीद 8,110 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कर रही है, जो पिछले साल से ज्यादा है.