MP में रिकॉर्ड तोड़ गेहूं की खरीद, संशोधित लक्ष्य 70 लाख टन के पार पहुंचा आंकड़ा

मध्य प्रदेश में इस साल रिकॉर्ड गेहूं की खरीद हुई है, जो पिछले साल से कहीं ज्यादा है. किसानों को 2,600 रुपये प्रति क्विंटल का एमएसपी मिल रहा है. प्री-मानसून बारिश के बीच सरकार ने अनाज सुरक्षा के खास इंतजाम किए हैं.

नोएडा | Published: 11 May, 2025 | 08:06 AM

मध्य प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ गेहूं की खरीद हुई है. पिछले साल गेहूं की खरीद में 33 फीसदी की तेज गिरावट के बाद इस साल राज्य ने जबरदस्त वापसी की है. इस बार न सिर्फ खरीदी का लक्ष्य पूरा हुआ है, बल्कि उसे पार भी कर दिया गया है. 5 मई तक राज्य ने 76.10 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है, जो पिछले साल के कुल 48 लाख मीट्रिक टन से कहीं ज्यादा है. केंद्र सरकार ने इस साल शुरुआत में 60 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य तय किया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 70 लाख मीट्रिक टन किया गया. लेकिन राज्य ने इसे भी पार कर लिया है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इधर राज्य में अचानक हुई प्री-मॉनसून बारिश के चलते खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए खास निर्देश जारी किए हैं. साथ ही खरीद केंद्रों पर रखे गेहूं की लगातार निगरानी की जा रही है. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध निदेशक अनुराग वर्मा ने कहा कि अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, क्योंकि ज्यादातर खरीद केंद्र वेयरहाउस में ही स्थित हैं. हम हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं.

एमपी में 76.10 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद

इस साल अब तक राज्य भर के खरीद केंद्रों से 76.10 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है. पिछले साल यह आंकड़ा सिर्फ 48 लाख मीट्रिक टन था, जबकि 2022 में तो केवल 4.6 लाख मीट्रिक टन गेहूं की ही खरीद हुई थी. इस बार किसानों को गेहूं की खरीद पर 2,600 रुपये प्रति क्विंटल का एमएसपी मिल रहा है, जिसमें राज्य सरकार की ओर से 175 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस भी शामिल है. यह देशभर में गेहूं खरीद के सबसे ज्यादा रेट्स में से एक है.

पंजाब में बढ़ी गेहूं की पैदावार

अगर बात पंजाब की करें तो इस साल पंजाब में रिकॉर्ड पैदावार के साथ गेहूं की जबरदस्त फसल हुई है और प्रति हेक्टेयर उत्पादकता अब तक की सबसे ज्यादा रही है. लेकिन सरकारी खरीद में गिरावट देखने को मिली है. 8 मई 2025 तक पंजाब सरकार ने 116.29 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है, जो पिछले साल इसी तारीख तक खरीदी गई 119.36 लाख मीट्रिक टन से 3.07 लाख मीट्रिक टन कम है. यह 2022-23 के 117.90 लाख मीट्रिक टन के आंकड़े से भी 1.61 लाख मीट्रिक टन कम है.