बाजरे की फसल को बर्बाद कर रहा ये खतरनाक कीट, किसान बचाव के लिए कर लें ये उपाय

बाल वाली सुंडी की रोकथाम के लिए बेहद जरूरी है कि किसान बाजरे की खेत में खरपतवारों को न बढ़ने दें. खरपतवारों के बढ़ने से बाल वाली सुंडी का खतरा तेजी से बढ़ता है. ऐसे में किसान बाजरे की फसल पर कीटनाशकों का छिड़काव कर सकते हैं.

नोएडा | Published: 21 Aug, 2025 | 12:39 PM

मॉनसून सीजन की शुरुआत होते ही किसान खरीफ फसलों की खेती में जुट जाते हैं.  खरीफ फसलों की कुछ प्रमुख फसलों में से एक बाजरे की फसल भी है. बाजरे की खेती से किसान कम खर्च में ज्यादा पैदावार देती है. बाजरे का इस्तेमाल खाने और पशुओं के चारे के अलावा और भी कई तरह से किया जाता है. लेकिन इस समय लगातार हो रही बारिश के कारण फसल में बाल वाली सुड़ी का संक्रमण देखने को मिल रहा है. जिससे न केवल फसल बर्बाद हो रही है बल्कि किसानों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. ये सुंडी पौधे की पत्तियों को खाकर उन्हें नुकसान पहुंचाती है, जिससे पौधों की ग्रोथ रुक जाती है. ऐसे में किसानों के लिए बेहद जरूरी है कि वे समय रहते फसल को बचाने के उपाय कर लें और खुद को नुकसान पहुंचाने से बचाएं.

बाल वाली सुंडी के लक्षण

बालों वाली सुंडी फसलों को नुकसान पहुंचाने वाला एक खतरनाक कीट है. इसके कुछ लक्षण हैं जिनकी जानकारी होने पर किसान समय रहते इन कीटों की पहचान कर सकेंगे. बाल वाली काली सुंडी की पहचान है कि ये पौधों की पत्तियों पर आक्रमण कर उनपर छोटे-छोटे छेद कर देते हैं, जिससे पत्तियां जालीदार दिखने लगता है. साथ ही पत्तियों का रंग का रंग पीला या भूरा होने लगता है जिसके बाद संक्रमित पत्तियां आगे चलकर सूख जाती हैं. बालों वाली सुंडियां पत्तों पर अकेली घूमती हैं और पत्तों को खाती रहती हैं. इसलिए समय रहते बाजरे को इन सुंडियों से नहीं बचाया जाए तो पूरी की पूरी फसल चौपट हो सकती है. जिसके कारण किसानों के सामने आर्थिक संकट भी खड़ा हो सकता है.

कीटनाशकों का इस्तेमाल

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाल वाली सुंडी की रोकथाम के लिए बेहद जरूरी है कि किसान बाजरे की खेत में खरपतवारों को न बढ़ने दें.  खरपतवारों के बढ़ने से बाल वाली सुंडी का खतरा तेजी से बढ़ता है. ऐसे में किसान बाजरे की फसल पर कीटनाशकों का छिड़काव कर सकते हैं.  बाजरे की फसल में संक्रमण दिखाइ पर पौधों पर क्विनलफास या मोनोक्रोटोफास की 250 मिलीलीटर मात्रा को प्रति एकड़ के हिसाब से पानी में मिलाकर छिड़काव करें. इसके अलावा नीम के तेल या सर्फ को पानी में मिलाकर उसका छिड़काव भी किया जा सकता है. इन उपायों को अपनाकर किसान बाजरे की फसल को बाल वाली सुंडी से बचा सकते हैं.

आसान उपायों से करें बचाव

कीटनाशकों के छिड़काव के अलावा कुछ और उपाय हैं जिनके इस्तेमाल से किसान बाजरे की फसल के बाल वाली सुंडी से बचा सकते हैं.  बता दें कि, बालों वाली सुंडियां रोशनी की तरफ आकर्षित होती हैं, इसलिए बारिश के बाद इनकी रोकथाम के लिए खेत में लाइट ट्रैप का इस्तेमाल करें. जो भी पत्तियां संक्रमित हैं उन्हें सुंडियों सहित हाथ से तोड़कर जमीन में गहरा दबा दें या मिट्टी के तेल के घोल में डालकर मार दें. इसके अलावा किसान चाहें तो बालों वाली सुंडियों की निगरानी के लिए प्रति एकड़ में 5 फेरोमोन ट्रैप भी लगा सकते हैं.

Published: 21 Aug, 2025 | 12:39 PM