सर्दियों में मछली पालन हुआ मुश्किल.. तो घबराए नहीं, इन आसान तकनीकों से बढ़ा सकते हैं मुनाफा

सर्दियों में तालाब का तापमान कम होने से मछलियों की ग्रोथ और एक्टिविटी पर बड़ा असर पड़ता है. ऐसे मौसम में थोड़ी-सी लापरवाही से भारी नुकसान हो सकता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि तालाब ढकना, पानी में ऑक्सीजन बढ़ाना और धूप में हल्का वॉटर एक्सचेंज जैसे तरीके मछली पालन को सुरक्षित बना सकते हैं.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 2 Dec, 2025 | 11:30 PM

Fish Farming : सर्दी अपने साथ कई चुनौतियां लाती है, लेकिन मछली पालन करने वालों के लिए यह मौसम कई बार मुश्किलें खड़ी कर देता है. जैसे-जैसे तापमान गिरता है, तालाब का पानी ठंडा होने लगता है और इसका सीधा असर मछलियों की ग्रोथ, एक्टिविटी और सर्वाइवल पर पड़ता है. कई बार किसान समझ नहीं पाते कि अचानक मछलियां खाना क्यों कम कर देती हैं, पानी की सतह पर क्यों तैरने लगती हैं या फिर उनकी ग्रोथ क्यों रुक जाती है. यही वजह है कि एक्सपर्ट्स सर्दियों में खास सावधानी बरतने की सलाह देते हैं. अगर सही तरीके अपनाए जाएं, तो ठंड के मौसम में भी मछली पालन सुरक्षित, आसान और मुनाफेदार बनाया जा सकता है.

तापमान गिरते ही मछलियों की ग्रोथ और मूवमेंट धीमी हो जाती है

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सर्दियों में पानी का तापमान जैसे ही 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचता है, मछलियों की एक्टिविटी  कम होने लगती है. वे खाना भी कम खाती हैं, जिससे उनकी ग्रोथ रुक जाती है. कई मछलियां पानी की गहराई में चली जाती हैं ताकि उन्हें थोड़ा गर्म माहौल मिल सके. ऐसे समय में किसान अगर ज्यादा खिलाई कर दें या तालाब में ज्यादा हलचल करें, तो यह मछलियों के लिए परेशानी बन सकता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि मछलियों को बहुत कम मात्रा में और धूप वाले समय पर ही खाना देना चाहिए ताकि वे आसानी से उसे पचा सकें.

तालाब ढकने से तापमान नियंत्रित रहता है

अब कई फिश फार्मर्स  नई तकनीक अपना रहे हैं-रात में तालाब को ढकना. इससे पानी का तापमान अचानक नहीं गिरता और मछलियां सुरक्षित रहती हैं. तालाब को प्लास्टिक शीट या ग्रीन नेट से ढकने से हवा की ठंडक सीधे पानी तक नहीं पहुंचती. इससे न केवल मछलियों की ग्रोथ बनी रहती है बल्कि बीमारी का खतरा भी कम होता है. यह तरीका छोटे किसानों के बीच काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि इसकी लागत कम आती है और फायदा बड़ा मिलता है.

पानी में ऑक्सीजन बनाए रखना सर्दियों में सबसे जरूरी

सर्दियों में पानी में घुली ऑक्सीजन का स्तर तेजी से घटता है. जब पानी ठंडा होता है, तो उसकी सर्कुलेशन धीमी हो जाती है और बॉटम पर गैसें जमा होने लगती हैं. इससे मछलियां पानी की सतह पर आने लगती हैं. एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि दिन में दो बार एरेशन जरूर चलाएं. अगर एरेटर नहीं है, तो किसान बांस या लकड़ी से पानी को हिलाकर भी ऑक्सीजन लेवल थोड़ा बढ़ा सकते हैं. साफ पानी और पर्याप्त ऑक्सीजन-ये दो चीजें सर्दियों में मछली पालन  को सुरक्षित रखने की सबसे बड़ी कुंजी हैं.

धूप निकलने पर हल्का वॉटर एक्सचेंज करें

कई किसान सर्दियों में पानी बदलने से डरते हैं, लेकिन विशेषज्ञ बताते हैं कि धूप होने पर थोड़ा-सा वॉटर एक्सचेंज करना जरूरी है. इससे तलहटी में जमा अमोनिया और गैसें बाहर निकल जाती हैं और पानी ताजा रहता है. हालांकि, पानी बदलते समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि बहुत ज्यादा ठंडा पानी एक साथ तालाब में न डाला जाए. ऐसा करने से मछलियों को अचानक तापमान शॉक लग सकता है. अगर पानी धीरे-धीरे बदला जाए तो मछलियां आराम से एडजस्ट कर लेती हैं और उनकी हेल्थ भी बेहतर रहती है.

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Published: 2 Dec, 2025 | 11:30 PM

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