अब घर में भी महक उठेगी लौंग की भीनी खुशबू, गमले या आंगन में ऐसे करें इसकी आसान खेती

लौंग का पौधा आप दो तरीकों से उगा सकते हैं- बीज से या फिर कलमों (यानि स्टेम कटिंग) से. बीज से पौधा उगाना थोड़ा समय लेता है, करीब 4-5 साल में ये फल देने लगता है. जबकि अगर आप कलमों से पौधा लगाते हैं, तो यह 3-4 साल में ही लौंग देना शुरू कर देता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 5 Aug, 2025 | 11:05 AM

हर घर की रसोई में लौंग जरूर मिलती है. चाहे तड़के की खुशबू हो या सर्दियों में काढ़े का स्वाद, लौंग अपनी तेज खुशबू और औषधीय गुणों की वजह से हर भारतीय किचन में खास जगह रखती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस महंगे मसाले को आप अपने घर पर ही उगा सकते हैं? जी हां, थोड़ी सी मेहनत और सही जानकारी के साथ आप घर बैठे लौंग की खेती कर सकते हैं और हर साल अच्छी बचत भी कर सकते हैं.

कैसे शुरू करें लौंग की खेती?

लौंग का पौधा आप दो तरीकों से उगा सकते हैं- बीज से या फिर कलमों (यानि स्टेम कटिंग) से. बीज से पौधा उगाना थोड़ा समय लेता है, करीब 4-5 साल में ये फल देने लगता है. जबकि अगर आप कलमों से पौधा लगाते हैं, तो यह 3-4 साल में ही लौंग देना शुरू कर देता है. इसी वजह से घर में उगाने के लिए कलमों से शुरू करना बेहतर माना जाता है.

लौंग के लिए मौसम

लौंग को उगाने के लिए न बहुत गर्म और न बहुत ठंडा मौसम होना चाहिए. इसके लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान सबसे अनुकूल रहता है. अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां मौसम ज्यादा चरम पर नहीं होता, तो आपके यहां लौंग अच्छी तरह पनप सकती है.

मिट्टी कैसी होनी चाहिए?

लौंग के लिए मिट्टी की गुणवत्ता बहुत मायने रखती है. बलुई-दोमट मिट्टी जिसमें पानी ज्यादा देर तक ना ठहरे, लौंग के पौधे के लिए सबसे अच्छी होती है. मिट्टी का pH स्तर भी 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए, जिससे पौधे की जड़ें अच्छे से पोषण ले सकें और फंगस या दूसरी बीमारियों से बचे रहें.

कलम लगाने का तरीका

अगर आप लौंग की कलम से खेती करना चाहते हैं तो सबसे पहले इन कलमों को 2 से 3 घंटे तक पानी में भिगो दें. फिर 10 से 15 सेंटीमीटर गहरा गड्ढा तैयार करें और उसमें कलम को रोप दें. रोपने के बाद मिट्टी को हल्के हाथ से दबाएं ताकि कलम अच्छी तरह से बैठ जाए और फिर थोड़ा पानी दें. शुरुआत में ध्यान रखें कि मिट्टी गीली रहे लेकिन उसमें पानी जमा न हो.

देखभाल है सबसे जरूरी

लौंग का पौधा धीरे-धीरे बढ़ता है, इसलिए इसे समय-समय पर देखभाल की जरूरत होती है. पौधे को नियमित रूप से पानी देते रहें लेकिन मिट्टी में जलभराव न होने दें. खेत या गमले में खरपतवार यानी बेकार की घास को समय-समय पर निकालते रहें ताकि पौधे को पूरा पोषण मिले. इसके अलावा जैविक खाद और कीटनाशक का प्रयोग करें ताकि पौधा प्राकृतिक तरीके से मजबूत बने और बीमारी से बचा रहे.

कब मिलेगा फल?

जब पौधा तैयार हो जाता है तो उसमें फूलों के आकार की कलियां आती हैं, जो सूखकर ही असली लौंग बनती हैं. एक बार पौधा फल देने लगे, तो कई सालों तक उससे लौंग मिलती रहती है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

किस देश को दूध और शहद की धरती (land of milk and honey) कहा जाता है?

Poll Results

भारत
0%
इजराइल
0%
डेनमार्क
0%
हॉलैंड
0%