घर पर लगाएं सुगंध और ताजगी से भरपूर ये पौधा, पूजा-पाठ में भी आएगा काम

घर के आंगन, बालकनी या छत पर आसानी से उगाया जा सकने वाला यह पौधा, आपके घर के वातावरण को शुद्ध करने के साथ-साथ मन को भी ताजगी और शांति प्रदान करता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 6 Oct, 2025 | 04:10 PM

Gardening Tips: क्या आप चाहते हैं कि आपका घर न केवल हरा-भरा दिखे बल्कि उसमें एक ताजगी भरी खुशबू भी हमेशा बनी रहे? अगर हां, तो कपूर का पौधा आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है. यह सिर्फ पूजा-पाठ में ही काम नहीं आता, बल्कि इसके औषधीय गुण आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं. घर के आंगन, बालकनी या छत पर आसानी से उगाया जा सकने वाला यह पौधा, आपके घर के वातावरण को शुद्ध करने के साथ-साथ मन को भी ताजगी और शांति प्रदान करता है. आइए जानते हैं कि कैसे आप कपूर के पौधे को घर पर उगा सकते हैं और उसकी सही देखभाल कर सकते हैं.

सही गमला और मिट्टी का चयन

कपूर का पौधा लगाने के लिए गमले का चयन बहुत महत्वपूर्ण है. गमले में नीचे पानी निकलने के छेद हों, ताकि जड़ें सड़ने से बच सकें. मिट्टी हल्की और उपजाऊ होनी चाहिए. आप बगीचे की मिट्टी में थोड़ा कोकोपीट, कंपोस्ट और बालू मिलाकर पौधे के लिए उपयुक्त मिट्टी तैयार कर सकते हैं. अच्छी मिट्टी पौधे की जड़ों को पर्याप्त पोषण और नमी देती है.

धूप और रोशनी की जरूरत

कपूर का पौधा तेज धूप पसंद करता है. इसे ऐसे स्थान पर रखें जहां दिन में कम से कम 5-6 घंटे सूरज की रोशनी मिल सके. अगर आप इसे घर के अंदर रख रहे हैं, तो इसे खिड़की के पास रखें. पर्याप्त रोशनी न मिलने पर पत्तियां पीली पड़ सकती हैं और पौधे की वृद्धि धीमी हो सकती है.

पानी देने का सही तरीका

कपूर के पौधे को ज्यादा पानी पसंद नहीं है, लेकिन मिट्टी में हल्की नमी बनी रहनी चाहिए. जब मिट्टी की ऊपरी सतह सूख जाए, तभी पानी दें. गर्मियों में थोड़ी जल्दी पानी देने की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन ध्यान रखें कि मिट्टी ज्यादा गीली न हो.

पौधे को पोषण देना

पौधे की वृद्धि और स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए हर 2-3 महीने में जैविक खाद डालें. वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की सड़ी खाद इसके लिए उपयुक्त है. खासकर वसंत और गर्मियों के मौसम में खाद देने से पौधा तेजी से बढ़ता है और हरा-भरा रहता है.

छंटाई और आकार बनाए रखना

कपूर के पौधे को लंबे समय तक सुंदर बनाए रखने के लिए समय-समय पर छंटाई करना जरूरी है. यह पौधे को झाड़ी जैसा बनने से रोकता है और उसका आकार आकर्षक बनाए रखता है. छंटाई का सबसे अच्छा समय सर्दियों के अंत या वसंत की शुरुआत है.

कीट और रोग से सुरक्षा

कपूर के पौधे पर कभी-कभी एफिड्स और मकड़ी जैसे कीट लग सकते हैं. पत्तियों पर जाले या चिपचिपी परत दिखे तो हल्के जैविक कीटनाशक या नीम तेल का छिड़काव करें. पौधे को ऐसी जगह रखें जहां हवा का आना-जाना अच्छा हो, ताकि फंगल रोग न लगे.

बीज से उगाना

अगर आप बीज से कपूर उगाना चाहते हैं तो इसके लिए धैर्य रखना होगा. बीज को उपजाऊ और हल्की मिट्टी में बोएं और हल्की नमी बनाए रखें. अंकुर निकलने में कुछ महीने लग सकते हैं. जब पौधा लगभग एक फुट का हो जाए, तब इसे बड़े गमले में ट्रांसप्लांट करें.

घर में ताजगी और स्वास्थ्य लाभ

कपूर का पौधा न केवल देखने में सुंदर और महकदार है, बल्कि यह घर के वातावरण को भी शुद्ध करता है. इसकी पत्तियों और खुशबू में प्राकृतिक औषधीय गुण होते हैं, जो कई बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं. थोड़ी देखभाल और सही पानी, मिट्टी और धूप देने के साथ यह पौधा आपके घर को सुंदर, स्वस्थ और सुगंधित बना सकता है.

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