Real turmeric vs fake: भारत में हल्दी सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि हर घर का भरोसा है. चाहे सर्दी-जुकाम हो, चोट लगी हो या त्वचा की देखभाल करनी हो हल्दी हर जगह काम आती है. इसकी एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी खूबियों की वजह से इसे “घरेलू दवा” भी कहा जाता है. लेकिन आज के दौर में हल्दी की शुद्धता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि बाजार में मिलावटी और नकली हल्दी की भरमार है. कई व्यापारी मुनाफे के लिए हल्दी में सिंथेटिक रंग, चाक पाउडर या स्टार्च मिला देते हैं, जो सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि आपकी हल्दी असली है या नकली. आइए जानते हैं कैसे करें इसकी पहचान घर बैठे ही.
क्यों जरूरी है असली हल्दी पहचानना
हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन (Curcumin) नामक तत्व इसे औषधीय गुण देता है. यही तत्व दर्द, सूजन और संक्रमण को कम करने में मदद करता है. लेकिन अगर हल्दी नकली है या उसमें मिलावट है, तो यह तत्व गायब या बहुत कम हो जाता है. ऐसी हल्दी न सिर्फ बेअसर होती है, बल्कि लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर शरीर में जहरीले पदार्थ जमा कर सकती है. ये लीवर, किडनी और पाचन तंत्र को भी नुकसान पहुंचा सकती है.
पानी से ऐसे पहचानें असली हल्दी
सबसे आसान तरीका है-पानी टेस्ट
एक गिलास साफ पानी लें और उसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर डालें. अब इसे कुछ मिनट के लिए छोड़ दें. अगर हल्दी नीचे बैठ जाती है और पानी हल्का पीला दिखता है, तो आपकी हल्दी शुद्ध है. लेकिन अगर पूरा पानी गाढ़ा पीला हो जाए या रंग ऊपर की सतह पर तैरने लगे, तो समझ जाइए कि उसमें रंग या मिलावट की गई है.
हाथों से पहचानें असली हल्दी
थोड़ी-सी हल्दी अपनी हथेलियों पर लें और उसे हल्के से मसलें. अगर आपकी हथेली पर हल्का पीला दाग पड़ता है और वह आसानी से साबुन से निकल जाता है, तो हल्दी असली है. लेकिन अगर बहुत गाढ़ा रंग चढ़ जाए और देर तक बना रहे, तो यह संकेत है कि हल्दी में कृत्रिम रंग मिलाया गया है.
महक से करें असली हल्दी की पहचान
असली हल्दी की खुशबू प्राकृतिक और मिट्टी जैसी होती है. इसे सूंघने पर हल्की लेकिन ताजा महक आती है. वहीं नकली या मिलावटी हल्दी में या तो कोई गंध नहीं होती या फिर उसमें कृत्रिम खुशबू मिलाई जाती है, जो एकदम तेज और केमिकल जैसी लगती है.
उबाल कर भी जान सकते हैं सच्चाई
अगर आप और पक्के तौर पर जांचना चाहते हैं, तो एक कटोरी पानी में हल्दी डालकर उबालें. अगर उबालने के बाद हल्दी का रंग एक जैसा रहता है और नीचे तलछट नहीं बनती, तो यह शुद्ध है. लेकिन अगर रंग बहुत तेज हो जाए या पानी में पपड़ी-सी बन जाए, तो समझ लें इसमें मिलावट है.