Uttar Pradesh News: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्नत किस्म के बीजों को इस्तेमाल में लाने से ही उत्पादन अच्छा होगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र मिल कर काम कर रही हैं. यानी उन्नत किस्म के बीजों को विकसित किया जा रहा है, ताकि किसानों को कम लागत में ज्यादा से ज्यादा उत्पादन मिल सके. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों के हित में बड़े-बड़े फैसले लिए जा रहे हैं. उनके मुताबिक, खेती में लागत कम करने के लिए आधुनिक तकनीकों का बढ़ावा दिया जा रहा है. साथ ही फसल नुकसान होने पर किसानों को पीएम फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा दिया जा रहा है. साथ ही किसानों की आय बढ़ाने के लिए न्यूमतम समर्थन मूल्य (MSP) का भी लाभ दिया जा रहा है.
दरअसल, ये बातें केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान गोरखपुर जिला स्थित ग्राम डुमरीखुर्द में ग्राम चौपाल के दौरान कहीं. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से सीधा संवाद भी किया. इस दौरान उन्होंने किसानों से पूछा कि एक बीघा जमीन में धान की कितनी पैदावार होती है और खेती में लागत कितनी आती है. तभी एक किसान ने कहा कि एक बीघा जमीन पर धान की खेती करने पर 8 हजार रुपये की लागत आती है और कुल कमाई करीब 40 हजार रुपये होती है.
एमएसपी में इतनी हुई बढ़ोतरी
वहीं, किसानों से बात करने के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि इस साल केंद्र सरकार ने गेहूं के एमएसपी में 160 रुपये क्विंटल बढ़ोतरी की है. इसके अलावा चन्ने के एमएसपी में 240 रुपये क्विंटल का इजाफा किया गया है. उन्होंने कहा कि मसूर के एमएसपी में 300 रुपये और सरसों के एमएसपी 250 रुपये क्विंटल की दर से बढ़ोतरी हुई है. साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जीएसटी दरें 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी करने से किसानों को सीधा फायदा हो रहा है. क्योंकि अब ट्रैक्टर काफी सस्ते हो गए हैं. कीमतों में 43 हजार रुपये ले लेकर 63 हाजर रुपये की कमी आई है.
किसान इन फसलों की करें खेती
चौपाल के दौरान एक किसान ने कहा कि नीलगाय और जंगली जानवर उनकी फसल को बहुत अधिक बर्बाद कर रहे हैं. इसलिए जंगल की तारबंदी की जाए. वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब किसान केवल अनाज की खेती न करें. इसके साथ वह बागवानी, सब्जी की खेती, पशुपालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन और मधुमक्खी पालन भी करें. इससे कमाई में बढ़ोती होगी. खास बात यह है कि ग्राम चौपाल के दौरान किसानों ने खुरपका-मुंहपका रोग का मुद्दा भी उठाया. इस पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि खुरपका-मुंहपका को रोकने के लिए बड़े स्तर पर फिर से टीटाकरण अभियान चलाया जाएगा.