बालकनी में लगाएं पोषण से भरपूर चुकंदर की ये किस्म, 32 फीसदी छूट के साथ यहां से खरीदें बीज

आप अगर गार्डनिंग का शौक रखते हैं और पोषण से भरपूर सब्जी को उगाना चाहते हैं तो चुकंदर एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. इसमें मौजूद पोषक तत्व आपकी सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं. साथ ही चुकंदर को आप आसानी से अपने घर की बालकनी में भी उगा सकते हैं.

नोएडा | Updated On: 16 Oct, 2025 | 08:41 PM

Beetroot in Home Garden: आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में इंसान कुछ पल सुकून से बिताने के लिए प्रकृति के करीब रहना चाहता है जहां उसे शुद्ध और हरा-भरा वातावरण मिले. यही कारण है कि महानगरों में अब बड़ी-बड़ी इमारतों में रहने वाले लोगों के बीच होम गार्डनिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है. होम गार्डनिंका का एक फायदा ये भी है कि लोग अपने घर में ताजी, शुद्ध और पौष्टिक सब्जियों को उगा सकते हैं. ऐसी ही पोषण से भरपूर एक सब्जी है चुकंदर. अगर आप घर बैठे हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं तो अपने बालकनी गार्डन में चुकंदर (Beetroot) लगाना एक शानदार विकल्प है. खास तौर पर चुकंदर की DDR किस्म, जो कि अपने पोषक तत्वों, बेहतरीन रंग और तेज ग्रोथ के लिए जानी जाती है. आप चाहें तो इसके बीज ऑनलाइन मंगवा सकते हैं.

क्या है इस किस्म की खासियत

चुकंदर की DDR किस्म की सबसे बड़ी खासियत है कि ये किस्म गहरे लाल रंग की और हल्की मीठी होती है, जिसे सलाद, जूस और अचार में इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही इस किस्म की ग्रोथ बहुत तेज होती है. बता दें कि, ये किस्म बुवाई के 50 से 60 दिनों बाद पककर तैयार हो जाती है. साथ ही इसकी एक खासियत ये भी है कि इसकी जड़ें एक जैसी और गोल आकार की होने के कारण देखने में आकर्षक होती हैं. इसके अलावा चुकंदर की इस किस्म में आयरन, फोलेट, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं.

ऐसे करें ऑनलाइन ऑर्डर

NSC से सस्ते में खरीदें बीज (Photo Credit- NSC)

बालकनी में ऐसे उगाएं चुकंदर

बालकनी में चुकंदर को उगाने के लिए 12 से 14 इंच का गहरा गमला चुनें ताकि इसकी जड़ें ठीक से विकसित हो सकें. गमले की मिट्टी में 50 प्रतिशत गार्डन की मिट्टी, 30 प्रतिशत कंपोस्ट और 20 प्रतिशत रेत मिलाएं. इसके बीजों को उगाने के लिए बीजों को 1 से 2 सेंटीमीटर गहराई में बोएं और हल्का पानी दें. इसके बाद गमले को ऐसी जगह रखें जहां पौधे को 4 से 5 घंटे की धूप लगे. ध्यान रहे कि 15 दिन बाद जब पौधे बड़े होने लगें तो बीच-बीच के पौधों को हटा दें ताकि जड़ें मोटी बनी रहें.

Published: 16 Oct, 2025 | 11:20 PM

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