खाद की जमाखोरी के खिलाफ बिहार सरकार सख्त, अब तक 9 FIR दर्ज.. 93 दुकानों के लाइसेंस रद्द

बिहार में खरीफ सीजन के लिए उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. कृषि विभाग ने कहा कि कालाबाजारी पर कार्रवाई जारी है और 93 दुकानों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं. राज्य को तय कोटे के अनुसार उर्वरक मिल रहे हैं और नियमित रूप से जिलों में सप्लाई की जा रही है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 20 Jul, 2025 | 08:36 AM

Fertilizer Black Market: तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित कई राज्यों में जहां किसानों को प्रयाप्त मात्रा में खाद नहीं मिल पा रही है, वहीं बिहार में इस खरीफ सीजन के लिए राज्य सरकार के पास भरपूर उर्वरक का स्टॉक उपलब्द है. कृषि विभाग ने साफ किया है कि खरीफ सीजन में किसानों को उर्वरकों की कोई कमी नहीं होगी. विभाग ने कहा है कि कुछ ग्रामीण इलाकों में उर्वरक की कमी को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं है. किसानों को समय पर जरूरत के अनुसार खाद मिल रही है. वहीं, कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों के खिलाफ नियमित छापेमारी जारी है. अब तक 93 दुकानों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं और 9 एफआईआर दर्ज की गई है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कृषि निदेशक नितिन कुमार सिंह ने एक बयान में कहा है कि केंद्र सरकार समय पर राज्य को उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है. सभी जिलों में नियमित रूप से उर्वरक की रैक भेजी जा रही हैं, ताकि किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो. हालांकि, कटिहार जिले के फलका प्रखंड के किसान कुमोद कुमार ने कहा कि गांवों में यह अफवाह चल रही है कि यूक्रेन-रूस युद्ध और हाल ही में हुए ईरान-इजराइल संघर्ष के कारण उर्वरक की सप्लाई पर असर पड़ सकता है. साथ ही, कीमतें बढ़ने का भी डर है.

93 दुकानों के लाइसेंस रद्द

उन्होंने कहा कि पोटाश उर्वरक की 50 किलो की बोरी पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में ब्लैक मार्केट में 800 के बजाय 2000 रुपये तक में बिकी थी. ऐसे में स्थिति को भांपते हुए कृषि विभाग ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अवैध रूप से अधिक दामों पर उर्वरकों की बिक्री को रोकें. उर्वरकों की कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों के खिलाफ नियमित छापेमारी करें. कृषि विभाग की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि इस साल खरीफ सीजन के दौरान 9 उर्वरक विक्रेताओं पर FIR दर्ज की गई है और 93 दुकानों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं. विभाग के जिला अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे उर्वरक की सप्लाई और बिक्री पर लगातार नजर रखने के लिए नियमित बैठकें करें.

राज्य में पहुंचा लाखों टन खाद की रैक

केंद्र सरकार ने राज्य को अलग-अलग किस्म के उर्वरकों की कुल आपूर्ति का कोटा पहले ही तय कर दिया है. जिसमें यूरिया- 10.32 लाख टन, DAP- 2.20 लाख टन, NPK- 2.50 लाख टन, MOP- 50,000 लाख टन, SSP- 75,000 लाख टन शामिल है. कृषि निदेशक ने कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार के उर्वरक की कोई कमी नहीं है. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि शुक्रवार तक राज्य में उचित मात्रा में उर्वरकों की आपूर्ति हो चुकी है, जिसमें यूरिया 3.92 लाख टन, DAP- 1.08 लाख टन, NPK- 2.32 लाख टन, MOP- 66,000 लाख टन, SSP- 1 लाख टन शामिल है. उन्होंने यह भी बताया कि उर्वरकों की रैक भभुआ रोड और नवादा जिले में भी पहुंच चुकी हैं.

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Published: 20 Jul, 2025 | 08:23 AM

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