मध्य प्रदेश के छतरपुर में खाद लेने गई महिला किसान को अधिकारी ने थप्पड़ मार दिया. इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और किसानों ने जमकर हंगामा किया. किसान धरने पर बैठ गए. किसानों ने चक्काजाम की चेतावनी दी है. सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने किसानों को समझाया है. बता दें कि बीते कुछ समय में मध्य प्रदेश में किसानों को खाद नहीं मिलने और हाथापाई के कई मामले सामने आ चुके हैं. इससे पहले राज्य के शाजापुर और मुरैना में भी तनातनी के मामले देखे गए हैं.
नायब तहसीलदार ने महिला किसान को थप्पड़ मारा
छतरपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत स्टई रोड पर स्थित खाद वितरण केंद्र पर खाद लेने के लिए किसानों और महिलाओं की लंबी कतार लगी हुई थी. व्यवस्था बनाने के दौरान नायब तहसीलदार ऋतु सिंघई की लाइन में खड़ी एक महिला किसान से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. इसी दौरान नायब तहसीलदार ने आवेश में आकर महिला को थप्पड़ जड़ दिया.
छतरपुर में नाराज किसान धरने पर बैठे
इस घटना के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और आक्रोशित किसानों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. थप्पड़ मारने की घटना से नाराज किसान और महिला किसान न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. मौके पर उपस्थित पुलिस और प्रशासनिक अमले ने तत्काल हस्तक्षेप किया और स्थिति को शांत कराने का प्रयास किया.
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5 दिन से खाद के लिए आ रहे थे पर दुकान पर ताला लगा मिलता
मध्य प्रदेश के शाजापुर में किसानों ने 5 दिन से खाद नहीं मिलने पर हंगामा कर दिया है. इतना ही नहीं खाद दुकान के कर्मचारियों से किसानों की हाथापाई भी हो गई. नाराज किसानों ने शहर से गुजरने वाले हाईवे को जाम कर दिया है. नाराज किसानों ने खाद की दुकान का शटर भी तोड़ने की कोशिश की. हंगामे की सूचना पाकर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा है. किसानों ने कहा कि 5 दिन से रोज खाद के लिए आ रहे हैं लेकिन, दुकान पर ताला लटका दिया जाता है.
नवंबर में शाजापुर समिति कर्मचारी के साथ किसानों की हाथापाई हुई थी
शाजापुर जिला मुख्यालय पर ऑनलाइन टोकन समय से जारी नहीं होने और समय पर किसानों को खाद नहीं मिलने के चलते नाराज किसानों ने 17 नवंबर को टंकी चौराहे पर स्थित सोसाइटी में हंगामा किया था और कर्मचारियों के साथ हाथापाई की थी. हंगामे, हाथापाई और हाईवे जाम किए जाने की सूचना पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाया था. किसानों का कहना था कि बाजार में उन्हें आसानी से खाद उपलब्ध हो रहा है, लेकिन सोसाइटी में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. किसानों ने बताया कि वे 4-5 दिनों से परेशान हो रहे हैं और कभी भी खाद नहीं मिल पा रहा.
अगस्त में मुरैना में किसानों ने हाइवे जाम किया था
इससे पहले अगस्त महीने में मध्य प्रदेश के मुरैना मुरैना से खाद की किल्लत का मामला सामने आया था और तब किसानों ने खाद नहीं मिलने पर हाइवे जाम कर दिया था. उस वक्त भी किसानों ने कहा था कि समय पर खाद नहीं मिल रही है. हर दिन उन्हें टरकाया जा रहा है. दुकानों पर खाद लेने वाले किसानों की संख्या ज्यादा है, लेकिन दुकानदार स्टॉक कम होने की बात कहकर किसानों को टरका रहे हैं.