गन्ने के साथ सरसों की सहफसली खेती करें किसान, उन्नत किस्म के बीज दे रही सरकार

गन्ने के साथ सहसली खेती के लिए 5,700 क्विंटल उन्नत किस्म की सरसों का बीज किसानों को मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है. इन बीजों में ऐसी किस्मों को शामिल किया गया है जो इलाके की जलवायु के हिसाब से कम लागत में ज्यादा उपज देने में सक्षम हैं.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 15 Nov, 2025 | 05:21 PM

गन्ने के खेत में सहफसली खेती के तहत सरसों की बुवाई की सिफारिश उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने गन्ना किसानों से की है. इसके तहत अब राज्य सरकार गन्ना की खेती कर रहे किसानों को उन्नत किस्म के सरसों बीज उपलब्ध करा रही है. वहीं, गेहूं उपज बढ़ाने के लिए जलवायु अनुकूल 11 क्विंटल उन्नत बीजों का वितरण किसानों के लिए शुरू किया गया है. वहीं, कृषि विभाग ने रबी सीजन में जरूरत से अधिक खाद की उपलब्धता होने की बात कही है. किसानों से कहा गया है कि वे खाद की जमाखोरी न करें अगर खेत के मानक से ज्यादा खाद किसान के पाई जाती है तो कार्रवाई होगी.

11 क्विंटल उन्नत बीजों में 70 फीसदी किसानों में वितरित

रबी 2025-26 सीज़न में प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को बीज एवं उर्वरक की निर्बाध उपलब्धता पक्की करने के लिए पूरी तैयारी की गई है. रबी 2024-25 में 7.86 लाख क्विंटल बीज अनुदान पर वितरित किया गया था, जिसे इस वर्ष बढ़ाकर 11.12 लाख क्विंटल का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इन बीजों में गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, तोरिया, सरसों, राई एवं अलसी सहित सभी प्रमुख फसलों के बीज हैं. अब तक 81 फईसदी बीज उपलब्धता और 69 फीसदी बीज किसानों को दिया जा चुका है.

4 लाख सरसों बीज मिनीकिट किसानों को सौंपी गई

दलहनी फसलों के प्रोत्साहन हेतु राज्य सेक्टर में 92,518 मिनीकिट (12,413 क्विंटल) का लक्ष्य रखा गया था, जिसके सापेक्ष 76,258 मिनीकिट (10,310 क्विंटल) का वितरण हो चुका है. वहीं, केंद्र की ओर से मिली बीजों की 2,26,400 मिनीकिट (19,592 क्विंटल) में से 1,14,697 मिनीकिट (10,044 क्विंटल) की आपूर्ति भी की जा चुकी है. तिलहनी फसलों के अंतर्गत सरसों और राई के कुल 4.96 लाख मिनीकिट लगभग 9,931 क्विटल बीज सप्लाई के टारगेट में से 4.92 लाख मिनीकिट किसानों को दी गई हैं.

गन्ना किसानों को मुफ्त दिए जा रहे सरसों के उन्नत बीज

नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल्स कार्यक्रम के अंतर्गत क्लस्टर प्रदर्शन तथा गन्ने के साथ सहसली खेती के लिए 5,700 क्विंटल उन्नत किस्म की सरसों का बीज किसानों को मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है. गन्ना किसान सरसों की बुवाई के लिए राजकीय बीज निगम, कृषि कार्यालय से संपर्क कर इन बीजों को मुफ्त हासिल कर सकते हैं. इन बीजों में ऐसी किस्मों को शामिल किया गया है जो इलाके की जलवायु के हिसाब से कम लागत में ज्यादा उपज देने में सक्षम हैं.

कम लागत में किसानों को होगा दोहरा फायदा

यूपी कृषि विभाग की इस योजना से किसानों को दोहरा फायदा होगा. गन्ने के साथ सरसों बोने से एक ही खेत से दो फसलें मिलेंगी, जिनकी उपज को बाजार में बेचकर किसान दोहरी कमाई कर सकेंगे. सरसों की खेती से तेल उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी. बता दें कि, सरसों से तेल और खली दोनों मिलते हैं, जिससे किसानों की घरेलू जरूरत भी पूरी होगी और बाजार में एक्स्ट्रा आमदनी भी होगी. इसके अलावा इंटरक्रॉपिंग से मिट्टी की उर्वरता में भी सुधार आता है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 15 Nov, 2025 | 05:20 PM

आम धारणा के अनुसार टमाटर की उत्पत्ति कहां हुई?

Side Banner

आम धारणा के अनुसार टमाटर की उत्पत्ति कहां हुई?