खरीफ सीजन की शुरुआत होते ही किसान दलहनी फसलों की खेती करने लगते हैं. दलहनी फसलों की प्रमुख फसल अरहर है जिसे तुअर भी कहते हैं. अरहर की मांग बाजार में सालभर रहती है जिसके कारण देशभर में किसान इसकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. अरहर की खेती से अच्छी पैदावार और कमाई करने के लिए जरूरी है. किसान इसकी उन्नत किस्मों का चुनाव करें. अरहर की ऐसी ही एक किस्म है अरहर जीआरजी-152 (Red Gram GRG-152). अरहर की इस किस्म की खासियत है कि ये विल्ट रोग के प्रति सहनशील होती है. किसान अरहर की इस किस्म के बीज घर बैठे ऑनलाइन मंगवा सकते हैं.
यहां से सस्ते में खरीदें बीज
मॉनसून पूरी तरह से देश में एंट्री ले चुका है, ऐसे में किसान भी लगभग खरीफ फसलों की बुवाई कर चुके हैं. जिन किसानों को बुवाई में देरी हो गई है वे अब भी फसलों की बुवाई कर रहे हैं. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें लगातार किसानों को खरीफ फसलों की बुवाई के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं और हर संभव तरह से मदद भी दे रही हैं. इसी कड़ी में किसानों की सहूलियत के लिए राष्ट्रीय बीज निगम (National Seed Corporation) खरीफ फसलों के बीज खुले बाजार से कम कीमतों पर उपलब्ध कराता है.
अरहर GRG-152 के 5 किलोग्राम बीज का पैकेट 1100 रुपये में मिल रहा है. जबकि बीज निगम यही बीज का पैकेट मात्र 906 रुपये में उपलब्ध करा रहा है.किसान चाहें तो इसके बीज ऑनलाइन मंगवा सकते हैं.

NSC से सस्ते में खरीदें बीज
ऑनलाइन करें ऑर्डर
- किसानों को अरहर GRG-152 के बीज को ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए आधिकारिक ई-कॉमर्स वेबसाइट ONDC के तहत mystore.in पर क्लिक करना होगा.
- ऊपर दिए गए लिंक से आप सीधे वेबसाइट के पेज पर चले जाएंगे.
- आपकी स्क्रीन पर अरहर GRG-152 को खरीदने का ऑप्शन आएगा.
- इसके बाद अपनी जरूरत के अनुसार पैकेट की संख्या का चुनाव कर ‘Add to Cart’ पर क्लिक करें.
- अगली स्क्रीन पर आपको चेकआउट ‘Checkout’ का ऑप्शन दिखेगा, उसपर क्लिक करें.
- इसके बाद आपको अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा, जिसके बाद आपके पास एक ओटीपी (OTP) आएगा.
- इस ओटीपी को देने के बाद आपको अपना पता (Address) देना होगा, जिसके बाद आपका ऑर्डर पूरा हो जाएगा.
अरहर GRG-152 की खासियत
अरहर की ये किस्म कम समय में अच्छी पैदावार देने के लिए किसानों के बीच लोकप्रिय है. इसकी खासियत है कि ये किस्म विल्ट और मोजेक रोग की प्रतिरोधी है. इस किस्म को रोगों के प्रति लड़ने की क्षमता के साथ ही विकसित किया गया है. बता दें कि, इस किस्म बुवाई के करीब 165 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. अरहर GRG-152 से होने वाली पैदावार की बात करें तो इसकी प्रति हेक्टेयर फसल से किसान करीब 14 क्विंटल तक पैदावार कर सकते हैं.