आज के बदलते दौर में किसान पारंपरिक फसलों के साथ-साथ ऐसे फलों की खेती की ओर भी ध्यान दे रहे हैं, जिनकी मांग हमेशा बनी रहती है और जिनसे कम समय और कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. नाशपाती ऐसी ही फसल है, जो शौकिया किसानों के लिए भी आसान है और साइड बिजनेस के रूप में भी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है.
नाशपाती का पौधा और उत्पादन
नाशपाती का पौधा एक बार लगाने के बाद लंबे समय तक फल देता है. इसे लगाने के 6 महीने बाद ही छोटे पैमाने पर फल मिलने लगते हैं. सही देखभाल और सिंचाई के साथ, एक पेड़ से सालाना 1 से 2 कुंतल फल प्राप्त किया जा सकता है. मार्केट में नाशपाती की कीमत 60 से 100 रुपये प्रति किलो तक होती है. एक औसतन डेढ़ क्विंटल का उत्पादन देने वाले पेड़ से किसान 10 से 12 हजार रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं. यदि एक एकड़ में सैकड़ों पेड़ लगाए जाएं, तो किसान लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं.
नाशपाती की खेती के लिए मिट्टी और मौसम
नाशपाती के लिए बलुई, दोमट और गहरी मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. यह पौधा गर्म और ठंडे दोनों तरह के मौसम में आसानी से उगाया जा सकता है. बेहतर उत्पादन के लिए पौधों को पर्याप्त धूप, पानी और समय-समय पर खाद देने की जरूरत होती है.
खेती का तरीका
नाशपाती की खेती का तरीका
पौधारोपण: बाजार से 5 से 10 रुपये के पौधे खरीदकर खाली जमीन या खेत में लगाया जा सकता है. पौधों के बीच की दूरी 3 से 4 मीटर रखें ताकि हर पौधे को पर्याप्त जगह मिले.
सिंचाई: नाशपाती को नियमित पानी देना जरूरी है. गर्मियों में सप्ताह में 2–3 बार और सर्दियों में कम पानी दें.
खाद और पोषण: जैविक खाद, गोबर की खाद या रासायनिक NPK फर्टिलाइजर समय-समय पर डालें. इसके साथ ही फल की अच्छी गुणवत्ता के लिए फूल आने से पहले और फल बनने के समय विशेष ध्यान दें.
कीट और रोग प्रबंधन: नाशपाती की खेती में रोग और कीट कम होते हैं, लेकिन पत्ती का पाउडर रोग या फल सड़ने से बचाने के लिए हल्का छिड़काव किया जा सकता है. समय पर निगरानी रखें और किसी भी बीमारी का इलाज तुरंत करें.
फसल कटाई: फल पकने पर ही तोड़ें ताकि मार्केट में अच्छी कीमत मिले. फल को सावधानी से संग्रहित करें, ताकि कोई नुकसान न हो.
फायदे और आर्थिक महत्व
कम लागत में शुरू की जाने वाली यह खेती लंबे समय तक लाभ देती है. शौकिया किसान इसे बगिया या खाली जमीन में उगा सकते हैं. साथ ही सही देखभाल और निरंतर निगरानी के साथ यह फसल किसानों की स्थायी आमदनी का जरिया बन सकती है.
नाशपाती की मांग और बाजार
नाशपाती का फल भारतीय बाजार में हमेशा मांग में रहता है. इसके मीठे और रसदार फल लोगों को पसंद आते हैं. शहरी क्षेत्रों में फ्रेश नाशपाती की मांग बढ़ती जा रही है, इसलिए किसान इसे सीधे बाजार, फल मंडी या रिटेलरों के माध्यम से बेच सकते हैं.