पंजाब में बाढ़ से बर्बाद हुई जमीन, कृषि मंत्री ने केंद्र से मांगी 151 करोड़ रुपये की मदद

खुडियन ने कहा, “पंजाब के लोग हमेशा देश के किसी भी हिस्से में संकट के समय आगे बढ़कर मदद करते रहे हैं. अब केंद्र को भी हमारी मदद करनी चाहिए ताकि किसानों और राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को बचाया जा सके.

नई दिल्ली | Published: 17 Sep, 2025 | 10:51 AM

Punjab Flood: पंजाब में हाल ही में आई भीषण बाढ़ ने राज्य के किसानों की परेशानियां बढ़ा दी हैं. इस संकट के बीच पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियन ने केंद्र से 151 करोड़ रुपये की आपात सहायता की मांग की है. यह राशि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) के तहत बाढ़ से प्रभावित खेतों की मिट्टी और खेतों की बहाली के लिए मांगी गई है.

बाढ़ से बड़े पैमाने पर नुकसान

बिजनेस लाइन की खबर के अनुसार, कृषि मंत्री खुडियन ने बताया कि हाल की बाढ़ के कारण पंजाब के 2,185 गांवों में लगभग 5 लाख एकड़ कृषि योग्य जमीन प्रभावित हुई है. अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट, कपूरथला, फाजिल्का और फिरोजपुर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. इन जिलों में खेतों में 5 फीट तक की मिट्टी और रेत जमा हो गई, जिससे फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं.

खुडियन ने कहा, “पंजाब के लोग हमेशा देश के किसी भी हिस्से में संकट के समय आगे बढ़कर मदद करते रहे हैं. अब केंद्र को भी हमारी मदद करनी चाहिए ताकि किसानों और राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को बचाया जा सके.”

केंद्र से की गई विशेष मांगें

कृषि मंत्री ने केंद्र से कहा कि बीज ग्राम योजना के तहत प्रभावित किसानों को 2 लाख क्विंटल प्रमाणित गेहूं के बीज देने के लिए 80 करोड़ रुपये जारी किए जाएं.

  • राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत गेहूं के बीज के लिए 25 लाख रुपये अतिरिक्त दिए जाएं.
  • किसानों को 637 क्विंटल सरसों के बीज और 375 क्विंटल उरद/काला चना के बीज उपलब्ध कराए जाएं.
  • डीएपी और यूरिया जैसे उर्वरक समय पर उपलब्ध कराए जाएं, ताकि फसल बोने में कोई देरी न हो.
  • केंद्र द्वारा रोके गए 8,000 करोड़ रुपये के आरडीएफ और अन्य फंड को तुरंत जारी किया जाए.

केंद्र की प्रतिक्रिया

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय रबी अभियान सम्मेलन में, केंद्र ने आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार को बाढ़ से निपटने के लिए हर संभव मदद दी जाएगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य के किसानों और कृषि क्षेत्र को जल्द से जल्द पुनर्जीवित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे.

किसानों के लिए राहत की उम्मीद

विशेषज्ञों का कहना है कि यदि केंद्र जल्द सहायता राशि जारी करता है और बीज व उर्वरक समय पर उपलब्ध कराता है, तो बाढ़ से प्रभावित किसानों की फसल बोवाई और आर्थिक नुकसान कम किया जा सकता है. पंजाब के कृषि क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को पुनर्जीवित करने के लिए यह कदम बेहद अहम माना जा रहा है.