बाढ़ में मक्का की नई किस्मों का असली टेस्ट, जानिए क्यों दुनियाभर के वैज्ञानिकों की नजरें पंजाब पर टिकीं

अंतरराष्ट्रीय कृषि संगठन CIMMYT पहले से ही लुधियाना में 10 मक्का हाइब्रिड्स पर काम कर रहा था. इनमें से चार हाइब्रिड विशेष रूप से पानी में लंबे समय तक टिकने के लिए बनाए गए थे. बाढ़ ने इन हाइब्रिड्स की असली परीक्षा ले डाली.

नई दिल्ली | Updated On: 9 Sep, 2025 | 12:11 PM

पंजाब में हाल ही में आई भारी बाढ़ ने किसानों के लिए जहां भारी नुकसान खड़ा किया, वहीं वैज्ञानिकों के लिए यह एक अनोखा मौका भी बन गया. गुरदासपुर, कपूरथला, फरीदकोट और अमृतसर जैसे जिलों में लगभग 1.75 लाख एकड़ खेती की जमीन पानी में डूब गई है. लेकिन इसी आपदा ने बाढ़-प्रतिरोधी मक्का की नई किस्मों को असली परिस्थितियों में परखने का मौका दे दिया.

CIMMYT के परीक्षण और मक्का की नई किस्में

बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय कृषि संगठन CIMMYT पहले से ही लुधियाना में 10 मक्का हाइब्रिड्स पर काम कर रहा था. इनमें से चार हाइब्रिड विशेष रूप से पानी में लंबे समय तक टिकने के लिए बनाए गए थे. बाढ़ ने इन हाइब्रिड्स की असली परीक्षा ले डाली. BISA के प्रबंध निदेशक डॉ. बी.एम. प्रसन्ना कहते हैं, “अब हमें जल्द ही पता चल जाएगा कि कौन सी किस्म पानी में टिकती है और कौन सी नहीं.”

प्राकृतिक आपदा ने तेज किया शोध

दरअसल, पंजाब सरकार ने कुछ ही हफ्ते पहले CIMMYT-BISA से अनुरोध किया था कि वे ऐसी मक्के की किस्में विकसित करें जो पानी में टिकने के साथ-साथ फॉल आर्मीवॉर्म कीट से सुरक्षित हों और गर्मियों में कम पानी में भी अच्छी पैदावार दें. बाढ़ ने इन वर्षों के नियंत्रित प्रयोगों को कुछ ही हफ्तों में असली हालात में बदल दिया. वैज्ञानिक अब देख सकते हैं कि कौन सी किस्में वाकई काम कर रही हैं.

किसानों और भविष्य की खेती के लिए महत्व

CIMMYT के निदेशक, कहते हैं, “मौसम और जलवायु में बदलाव अब तेजी से और अनिश्चित रूप से हो रहे हैं. हमें तेजी से जवाब देने की जरूरत है.” इस परीक्षण से मिली जानकारी आने वाले समय में पंजाब के किसानों को सुरक्षित और बेहतर फसल उगाने में मदद कर सकती है.

बाढ़ से सीख

पंजाब की बाढ़ ने न केवल किसानों की मेहनत पर भारी चोट पहुंचाई, बल्कि यह भविष्य की खेती के लिए भी एक महत्वपूर्ण सबक बन गई है. इस प्राकृतिक आपदा ने स्पष्ट कर दिया कि जलवायु और मौसम की अनिश्चितताओं के बीच केवल मेहनत ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक तकनीक और सही फसल किस्मों का चुनाव भी किसानों की रक्षा कर सकता है.

फ्लड-रेजिस्टेंट मक्का और अन्य नई किस्मों का परीक्षण इस संकट में सामने आया है, जिससे यह समझने में मदद मिली कि भविष्य में कृषि को और मजबूत और आपदा-रोधी बनाया जा सकता है. इस तरह, बाढ़ ने एक कठिनाई को सीखने और सुधार के अवसर में बदल दिया है, जो आने वाले समय में किसानों के लिए मार्गदर्शक साबित होगा.

Published: 9 Sep, 2025 | 10:26 AM