प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा से राज्य और देश के लिए विकास की बड़ी सौगात दी. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की 1.22 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए खासतौर पर पीएम-कुसुम योजना के तहत 20 लाख सोलर उपकरण जारी किए और सीधे किसानों से संवाद भी किया. उन्होंने राजस्थान की भूमिका को ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में अहम बताया और कहा कि अब गांव आत्मनिर्भर बनेंगे तो भारत भी आत्मनिर्भर होगा.
किसानों को सोलर पंप से मिली राहत
प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम-कुसुम योजना के तहत देशभर के किसानों को बड़ी राहत दी है. उन्होंने कहा कि अब तक 20 लाख से ज्यादा किसानों को सोलर पंप और सोलर उपकरण मिल चुके हैं. इस योजना से किसानों को बिजली का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और सिंचाई के काम में आसानी होगी. सोलर पंप से दिन में सिंचाई हो सकेगी और बिजली का खर्च भी बचेगा. राजस्थान जैसे राज्य, जहां तेज धूप सालभर मिलती है, वहां यह योजना और भी ज्यादा फायदेमंद साबित हो रही है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र के लाभार्थी भी हुई बातचीत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राजस्थान के बांसवाड़ा में पीएम-कुसुम योजना के लाभार्थियों से संवाद किया. इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र के लाभार्थी भी इस बातचीत में शामिल हुए. खास बात यह रही कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे. प्रधानमंत्री ने किसानों से उनकी अनुभव साझा करने को कहा और जाना कि किस तरह सोलर पंप और उपकरणों ने उनकी खेती और आमदनी पर सकारात्मक असर डाला है.
राजस्थान को ग्रीन एनर्जी का हब बनाने की दिशा में कदम
बांसवाड़ा के इस कार्यक्रम में 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं ग्रीन एनर्जी और सोलर पावर से जुड़ी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान की जलवायु सोलर एनर्जी के लिए आदर्श है और आने वाले समय में यह राज्य ग्रीन एनर्जी के हब के रूप में जाना जाएगा. गांवों में अब छोटे-छोटे सोलर प्लांट लगाए जाएंगे, जिससे गांव की जरूरत की बिजली वहीं बनेगी और वहीं इस्तेमाल होगी.
अब गांवों में खुद बनेगी बिजली, ट्रांसमिशन का खर्च होगा कम
प्रधानमंत्री ने बताया कि अब बिजली गांवों में ही बनेगी और वहां की जरूरतें उसी से पूरी होंगी. इससे ट्रांसमिशन में लगने वाला खर्च भी बचेगा. गांव आत्मनिर्भर बनेंगे तो देश खुद-ब-खुद आत्मनिर्भर बनेगा. इससे न केवल बिजली की समस्या दूर होगी, बल्कि पर्यावरण को भी फायदा पहुंचेगा. उन्होंने यह भी कहा कि जो किसान सोलर से बिजली बनाएंगे, वो सरकार को बिजली बेचकर कमाई भी कर सकेंगे.
किसानों की आमदनी बढ़ाने का नया रास्ता
PM मोदी ने कहा कि कुसुम योजना किसानों के लिए सिर्फ बिजली देने की योजना नहीं है, बल्कि यह उन्हें कमाई का नया जरिया भी दे रही है. जो किसान अतिरिक्त बिजली पैदा करेंगे, वे उसे ग्रिड में डालकर बेच सकते हैं. इससे उनकी आमदनी में इजाफा होगा. उन्होंने बताया कि सोलर पंप की वजह से खेती की लागत में कमी आई है और मुनाफा बढ़ा है. खासकर छोटे और मझोले किसानों के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है.
रोजगार के नए अवसर, 15 हजार युवाओं को नौकरी
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर राजस्थान के 15 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र भी सौंपे. उन्होंने कहा कि ग्रीन एनर्जी और सोलर प्रोजेक्ट्स के जरिए गांवों में ही रोजगार के नए अवसर तैयार होंगे. सोलर पैनल लगाना, उसकी देखभाल करना, बिजली का प्रबंधन जैसे कामों के लिए स्थानीय लोगों को ही ट्रेनिंग दी जाएगी. इससे गांव के युवाओं को बाहर जाकर काम ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
तेज रफ्तार विकास की ओर बढ़ रहा भारत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देश तेज रफ्तार से विकास की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने याद दिलाया कि 2014 से पहले देश के 18 हजार गांवों में बिजली नहीं थी, लेकिन अब हर गांव में बिजली पहुंच चुकी है. उन्होंने वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए यह भी कहा कि भारत की स्पीड अब हर क्षेत्र में तेज हो चुकी है-चाहे वो ट्रांसपोर्ट हो, बिजली हो या तकनीक. अब सरकार का फोकस हर गांव और हर गरीब तक विकास पहुंचाने का है.
राजस्थान को मिला विकास का नया रास्ता
राजस्थान के लिए यह दिन कई मायनों में ऐतिहासिक रहा. बांसवाड़ा से जो योजनाएं शुरू हुई हैं, उनका असर आने वाले वर्षों में पूरे राज्य पर दिखेगा. सोलर और ग्रीन एनर्जी के अलावा जल, बिजली, सिंचाई, रेलवे और सड़क परियोजनाएं भी इस पैकेज में शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया कि इन योजनाओं से राजस्थान के लाखों लोगों की जिंदगी में बदलाव आएगा. खासतौर से किसान, ग्रामीण और युवा इससे सीधे लाभान्वित होंगे.