देशभर में किसानों को नकली और घटिया कीटनाशकों से हो रहे नुकसान को लेकर सरकार अब सख्त रुख अपना चुकी है. केंद्र से लेकर राज्यों तक कृषि विभाग अलर्ट मोड में है और जगह-जगह छापेमारी चल रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के शामली जिले से बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जहां नियमों की अनदेखी करने वाले 30 कीटनाशक विक्रेताओं पर कार्रवाई हुई और 15 के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए गए हैं. यह कदम किसानों को असली दवा दिलाने और खेती की क्वालिटी को सुधारने की दिशा में अहम माना जा रहा है.
शामली में एक साथ 30 विक्रेताओं पर कार्रवाई
शामली में कृषि विभाग की जांच टीम ने कीटनाशक विक्रेताओं की दुकानों का औचक निरीक्षण किया. जांच के दौरान पाया गया कि कई दुकानें बंद थीं, कुछ दुकानों में स्टॉक का रिकॉर्ड ही नहीं था. जिनसे जानकारी मांगी गई, उन्होंने सही जवाब नहीं दिया. साथ ही किसानों ने इन दुकानदारों के खिलाफ ओवररेटिंग और घटिया दवाइयां देने की शिकायत भी की थी. इन्हीं वजहों से कीटनाशी अधिनियम-1968 के तहत कार्रवाई की गई और 30 लाइसेंस रद्द कर दिए गए.
पहले भी हुए थे 15 लाइसेंस रद्द
गौर करने वाली बात ये है कि इससे सिर्फ 15 दिन पहले भी 15 कीटनाशक विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द किए गए थे. यानी कृषि विभाग लगातार ऐसे गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ एक्शन ले रहा है. जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार यादव ने साफ कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. आने वाले दिनों में भी जांच और कार्रवाई जारी रहेगी.
केंद्रीय मंत्री ने भी दिए थे निर्देश
कुछ दिन पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यों के कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि खराब बीज और नकली कीटनाशक सप्लाई करने वाली कंपनियों और दुकानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा था कि किसानों को क्वालिटी युक्त सामग्री मिलनी चाहिए, वरना पूरा सीजन बर्बाद हो सकता है.
राजस्थान में भी नकली खाद-बीज पर एक्शन
नकली खेती सामग्री की गड़बड़ी सिर्फ यूपी तक सीमित नहीं है. राजस्थान में भी कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बीते दिनों अजमेर, जयपुर और गंगानगर में छापेमारी कर 42 कंपनियों पर एक्शन लिया और 11 कृषि अफसरों को सस्पेंड भी कर दिया था. इनमें से कुछ फैक्ट्रियां बिना रोक-टोक देश के 15 से ज्यादा राज्यों में नकली खाद भेज रही थीं.
इससे अब साफ हो चुका है कि सरकार नकली खाद, बीज और कीटनाशक बेचने वालों के खिलाफ गंभीर है. शामली में जो कार्रवाई हुई है, वो बाकी जिलों और राज्यों के लिए चेतावनी है कि अब अगर किसानों के साथ खिलवाड़ किया गया तो नतीजा भुगतने को तैयार रहिए.