Smart Irrigation: स्मार्ट तरीके से खेतों में हो रही सिंचाई, 2 करोड़ से ज्यादा किसान उठा रहे लाभ

पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत अबतक 63 प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं पूरी की जा चुकी है. साथ ही अबतक देशभर में 2 करोड़ से ज्यादा किसान इस योजना का लाभ उठाकर ने केवल अच्छी पैदावार कर रहे हैं बल्कि आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं.

नोएडा | Published: 18 Jun, 2025 | 04:51 PM

फसलों के बेहतर ग्रोथ और उत्पादन के लिए बहुत जरूरी है कि उन्हें सही पर्याप्त मात्रा में पानी दिया जाए यानी सिंचाई की जाए. लेकिन कई बार पानी की कमी होने के कारण किसान अपनी फसलों को प्रयाप्त मात्रा में पानी नहीं दे पाते हैं और पानी की कमी के कारण फसलें सही से बढ़ नहीं पाती हैं. किसानों की इस समस्या के लिए सरकार की तरफ से कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन्हीं में से एक योजना है प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना जिसके तहत सरकार की ओर से यह सुनिश्चित किया जाता है कि हर खेत को और हर एक फसल को पर्याप्त पानी दिया जाए. केंद्र सरकार की इस योजना से अबतक 2 करोड़ किसान लाभ उठा चुके हैं.

स्मार्ट तरीके से हो रही सिंचाई

केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत का उद्देश्य देश के हर एक खेत तक पानी पहुंचाने और पानी की हर एक बूंद से उत्पादन को बढ़ाना है. इस योजना के तहत किसान सिंचाई के स्मार्ट तरीके जैसे ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम का इस्तेमाल कर खेतों की सिंचाई कर रहे हैं. बता दें कि इस योजना की मदद से अबतक देशभर में 96.97 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र के खेत समृद्ध हो चुके हैं.

2 करोड़ किसान उठा चुके हैं लाभ

किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, इस मंशा से शुरु की गई पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत अबतक 63 प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं पूरी की जा चुकी है. साथ ही अबतक देशभर में 2 करोड़ से ज्यादा किसान इस योजना का लाभ उठाकर ने केवल अच्छी पैदावार कर रहे हैं बल्कि आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं.

योजना से किसानों का फायदा

पीएम कृषि सिंचाई योजना के इस्तेमाल से किसानों को कई तरह के फायदे होते हैं. इस योजना की मदद से किसानों को खेती करने के स्मार्ट तरीकों के बारे में बताया जाता है. सिंचाई बेहतर होती है तो उपज अच्छी होती है जिसके कारण किसानों की आमदनी में भी अच्छी बढ़ोतरी होती है. इस योजना के तहत किसानों को पानी के संरक्षण के भी तरीके बताए जाते हैं.