केंद्र सरकार ने अनुमान लगाया है कि अगस्त के आखिर तक देश में करीब 69 लाख टन चीनी का स्टॉक रहेगा. वहीं, सितंबर महीने के लिए 23.5 लाख टन चीनी की घरेलू बिक्री की मंजूरी दी गई है. इस साल दशहरा और दिवाली थोड़े जल्दी पड़ रहे हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि सितंबर की बिक्री कोटा पूरी तरह से इस्तेमाल हो जाएगा. इससे मौजूदा सीजन के आखिर तक चीनी का स्टॉक घटकर लगभग 46 लाख टन रह जाएगा, जो कि इंडस्ट्री के अनुमान से कम है. ISMA (इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन) ने हाल ही में अनुमान लगाया था कि सीजन के अंत तक स्टॉक करीब 52 लाख टन रहेगा. ऐसे में त्योहारी सीजन के दौरान चीनी की कीमत में बढ़ोतरी भी हो सकती है.
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, फूड मिनिस्ट्री ने मिलों को सितंबर के लिए चीनी बिक्री का कोटा देते हुए नोटिफिकेशन में कहा कि 31 अगस्त को अनुमानित स्टॉक 68.94 लाख टन है. एक वरिष्ठ चीनी उद्योग अधिकारी ने कहा कि सितंबर की बिक्री (23.5 लाख टन) और तमिलनाडु व कर्नाटक से संभावित उत्पादन को ध्यान में रखते हुए सीजन का अंतिम स्टॉक 46.44 लाख टन रह सकता है. सरकार ने अक्टूबर-नवंबर 2024 के लिए घरेलू बिक्री के लिए 47.5 लाख टन चीनी का कोटा तय किया था. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यही स्तर बनाए रखा गया, तो मौसम के अंत में चीनी का स्टॉक और कम हो सकता है, और सरकार को 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले नए सीजन की ताजा चीनी पर निर्भर रहना पड़ेगा.
इस सीजन में घरेलू खपत का अनुमान 275.5 लाख टन है
पिछले साल (अक्टूबर-नवंबर 2024) में चीनी मिलों ने 27.9 लाख टन चीनी उत्पादन किया था. इस बार गन्ने की बेहतर पैदावार और जूस रिकवरी की वजह से उत्पादन ज्यादा होने की उम्मीद है. 2017-18 सीजन में चीनी का अब तक का सबसे कम क्लोजिंग स्टॉक 39.41 लाख टन था. उसके बाद से अब तक कभी भी स्टॉक 50 लाख टन से नीचे नहीं गया. 30 सितंबर 2024 को देश में 79 लाख टन चीनी का स्टॉक था, जिसकी वजह से 2024-25 सीजन में कम उत्पादन (261 लाख टन) के बावजूद सप्लाई मैनेज करने में मदद मिली. इस सीजन में घरेलू खपत का अनुमान 275.5 लाख टन है, जो मासिक कोटे के आधार पर तय किया गया है.
2025-26 सीजन के लिए पहला चीनी उत्पादन अनुमान जारी
31 जुलाई को ISMA ने 2025-26 सीजन के लिए पहला चीनी उत्पादन अनुमान जारी किया. ISMA ने कहा कि नए सीजन का उत्पादन नवंबर से शुरू होगा और तब तक 52 लाख टन के कैरी-फॉरवर्ड स्टॉक के साथ देश में त्योहारी मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त चीनी उपलब्ध रहेगी. ISMA के अनुसार, 2025-26 सीजन में देश का सकल चीनी उत्पादन 349.01 लाख टन रहने का अनुमान है, जो कि 2024-25 के 295.07 लाख टन की तुलना में 18 फीसदी ज्यादा है. इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण बेहतर गन्ना उत्पादन और जूस रिकवरी बताया जा रहा है.