Darjeeling Landslides: पूर्वी हिमालयी क्षेत्र में रविवार को हुई भारी बारिश ने मानो सब कुछ तहस-नहस कर दिया. दार्जिलिंग और उसके आसपास के इलाके इस दशक के सबसे भयानक भूस्खलन की चपेट में आ गए. मिरिक सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. पूरे दार्जिलिंग जिले में NDRF के मुताबिक 23 लोग मृत पाए गए हैं. जलपाईगुड़ी जिले के नजदीकी इलाके में अलग राहत अभियान के दौरान और 5 शव बरामद हुए. अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
सड़कें और पुल टूटे, संपर्क बाधित
सिर्फ 12 घंटे में उपहिमालयी बंगाल में 300 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इसका असर इतना भयानक रहा कि पुल टूट गए, सड़कें ध्वस्त हो गईं और कई इलाके पानी में डूब गए. बालासन नदी पर स्थित दूधिया लोहे का पुल टूटने से सिलीगुड़ी और मिरिक का संपर्क पूरी तरह बाधित हो गया. नेशनल हाईवे 717E पर पेडोंग और रिशिखोला के बीच भूस्खलन के कारण सिलीगुड़ी और सिक्किम को जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग भी बंद हो गया. लगातार बारिश और फिसलन भरी सड़कों के कारण मलबा हटाने का काम बेहद मुश्किल हो रहा है.
सरकारी मदद और राहत कार्य
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उच्च स्तरीय बैठक कर 24x7 कंट्रोल रूम स्थापित किया और प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की. वह सोमवार को उत्तर बंगाल का दौरा करेंगी.
I am deeply worried and concerned that several areas in both North Bengal and South Bengal have been flooded due to sudden huge rains within a few hours last night as well as due to rush of excessive river waters in our State from outside.
Yesterday night there was sudden…
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 5, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मृतकों के प्रति संवेदना जताई और राहत एवं बचाव कार्य में सफलता की कामना की.
NDRF ने अब तक 160 लोगों को सुरक्षित निकाला, जिसमें 105 को नाव के जरिए और 55 को जिप लाइन से जलपाईगुड़ी जिले में निकाला गया.
IMD की चेतावनी
मौसम विभाग ने उपहिमालयी बंगाल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, खासकर दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी में. मिट्टी संतृप्त होने और लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और सड़क अवरोध का खतरा अभी भी बना हुआ है. प्रशासन और NDRF ने लोगों से पहाड़ी इलाकों और नदी किनारों से दूर रहने की अपील की है.
नेपाल में भी तबाही
पड़ोसी देश नेपाल में भी लगातार बारिश ने तबाही मचाई. शुक्रवार से अब तक वहां 47 लोग भूस्खलन और बाढ़ में जान गंवा चुके हैं. इनमें 35 लोग इलाम जिले में अलग-अलग भूस्खलन की घटनाओं में मारे गए, 9 लोग बह गए और 3 लोग बिजली गिरने से मारे गए.
हेल्पलाइन नंबर
नबन्ना डिजास्टर मैनेजमेंट कंट्रोल रूम: +91 33 2214 3526; +91 33 2253 5185
इस आपदा ने न सिर्फ दार्जिलिंग और उत्तर बंगाल, बल्कि नेपाल और सिक्किम के लोगों की जिंदगी भी प्रभावित की है. प्रशासन, एनडीआरएफ और स्थानीय लोग राहत कार्य में जुटे हुए हैं, लेकिन लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण काम करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है.