Today Weather: भारत का मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है. इस बार बदलाव इतना बड़ा है कि पूरे देश के अलग-अलग हिस्सों में एक साथ चार साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation) सक्रिय हो गए हैं. इन मौसमीय प्रणालियों के कारण दक्षिण भारत में भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है, जबकि उत्तर भारत में ठंडी हवाओं और तापमान में गिरावट का असर दिखने लगा है. भारत मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
चार सक्रिय मौसमीय सिस्टम से बढ़ी हलचल
इस समय भारत के ऊपर चार बड़े साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक साथ सक्रिय हैं, जिनका असर देश के लगभग हर क्षेत्र पर पड़ रहा है.
- पहला सिस्टम ईस्ट सेंट्रल बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना है, जो पूर्वी तटीय राज्यों में नमी ला रहा है.
- दूसरा सर्कुलेशन दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश और गंगीय पश्चिम बंगाल के ऊपर सक्रिय है, जिससे उस क्षेत्र में भी बादल घिरने लगे हैं.
- तीसरा सिस्टम उत्तर तमिलनाडु और उसके आसपास विकसित हुआ है, जो दक्षिण भारत में बारिश का कारण बना हुआ है.
- चौथा और सबसे ठंडा सिस्टम वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के रूप में उत्तर हरियाणा और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय है, जो उत्तर भारत में ठंड बढ़ाने का काम कर रहा है.
इन सभी प्रणालियों के एक साथ सक्रिय होने से मौसम के मिड-ट्रोपोस्फेरिक लेवल पर बड़ी हलचल हो रही है. यही वजह है कि एक तरफ दक्षिण भारत में बारिश बढ़ गई है, तो दूसरी तरफ उत्तर भारत में तापमान तेजी से नीचे गिर रहा है.
उत्तर भारत में बढ़ेगी ठंड, चलेगी शीतलहर
उत्तर भारत में अब सर्द हवाओं का दौर शुरू हो चुका है. पूर्वी राजस्थान में कोल्ड वेव की स्थिति बन रही है, जबकि मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ में 9 से 11 नवंबर तक ठंडी हवाओं के चलने की संभावना है. दक्षिण हरियाणा, उत्तर महाराष्ट्र और उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से 2 से 4 डिग्री सेल्सियस नीचे रह सकता है.
मौसम विभाग ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत में भी अगले 2 से 3 दिनों के भीतर न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी. पहाड़ी राज्यों में सुबह-शाम के तापमान में अचानक गिरावट से शीतलहर का असर महसूस किया जाएगा.
दक्षिण भारत में बरसेगा पानी, बिजली और गरज की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, देश के दक्षिणी हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. 9 से 13 नवंबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कई जगहों पर भारी वर्षा (Severe Rainfall) की संभावना है. वहीं केरल और माहे में भी 9 और 10 नवंबर को गरज और बिजली चमकने के साथ तेज बारिश की चेतावनी दी गई है.
इन इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है क्योंकि तेज हवाएं और ऊंची लहरें समुद्री गतिविधियों को प्रभावित कर सकती हैं. तटीय जिलों में जलभराव और बिजली गिरने का खतरा भी बढ़ा है.
बारिश और ठंड का डबल असर
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि एक साथ चार मौसमीय सिस्टम के सक्रिय होने की यह स्थिति बहुत कम देखने को मिलती है. इस वजह से देश के कई हिस्सों में मौसम का डबल इफेक्ट देखने को मिल रहा है दक्षिण भारत भीग रहा है तो उत्तर भारत सिहर रहा है.
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि दक्षिणी राज्यों में बिजली गिरने और जलभराव से सावधान रहें, वहीं उत्तरी राज्यों में सुबह-शाम ठंड से बचाव करें. अगले एक हफ्ते तक देश के कई हिस्सों में बारिश और तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा.
भारत के मौसम में उथल-पुथल
चार सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते भारत का मौसम इन दिनों असामान्य रूप से बदल रहा है. दक्षिण में भारी बारिश और उत्तर में सर्द हवाओं के कारण देश दो हिस्सों में बंटा नजर आ रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि नवंबर का यह दूसरा सप्ताह मौसम परिवर्तन का निर्णायक दौर साबित हो सकता है. जहां एक ओर किसानों के लिए यह बारिश राहत लाएगी, वहीं पहाड़ी और तटीय इलाकों में सतर्कता और तैयारी बेहद जरूरी है.