खेती में मशीनों का इस्तेमाल बढ़ाएंगे किसान, 5 हजार अन्नदाताओं को मिले उपकरण

किसानों को खेती के लिए मॉडर्न तकनीक से लैस उपकरण छूट के साथ आधे दाम पर दिए जा रहे हैं. उन्नत कृषि मशीनें पाने के लिए जिला कृषि कार्यालय में आवेदन करने को कहा गया है.

नोएडा | Updated On: 21 Aug, 2025 | 02:03 PM

खेती में समय और लागत की बचत करने के लिए किसानों को उपकरणों के इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी राज्यों तक जागरूक किसान मशीनों के इस्तेमाल से उत्पादन में बढ़ोत्तरी हासिल कर अच्छा मुनाफा बना पा रहे हैं. सभी किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए राज्य सरकारों की ओर से यंत्रीकरण योजना के तहत किसानों को मॉडर्न तकनीक से लैस उपकरण छूट के साथ आधे दाम पर दिए जा रहे हैं. हिमाचल सरकार ने राज्य के किसानों को 5 हजार से ज्यादा उन्नत कृषि मशीनें सौंपी हैं.

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार खेती-बाड़ी को आसान, आधुनिक और लाभकारी बनाने के लिए लगातार ठोस कदम उठा रही है. इसी कड़ी में किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों से जोड़ने के उद्देश्य से राज्य कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत आधुनिक कृषि उपकरण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. इस पहल से पारंपरिक खेती के तौर-तरीकों में बदलाव आ रहा है, उत्पादन क्षमता बढ़ रही है और किसानों की मेहनत भी कम हो रही है.

5 हजार से ज्यादा किसानों को दी मशीनें

हिमाचल सरकार के अनुसार ऊना जिले के कृषि उपनिदेशक डॉ. कुलभूषण धीमान ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत जिले में बीते दो वर्षों में 5,291 किसानों को राज्य कृषि यंत्रीकरण कार्यक्रम का लाभ दिया जा चुका है. किसानों को लगभग 65 लाख रुपये खर्च किए गए हैं. वर्ष 2023-24 में 2,995 किसानों को और वर्ष 2024-25 में 2,296 किसानों को विभिन्न कृषि यंत्रों पर सब्सिडी का लाभ दिया गया है.

पॉवर से चलने वाली मशीनों से खेती हो रही आसान

कृषि उपनिदेशक ने कहा कि किसानों को पॉवर से चलने वाली चारा काटने की मशीन, स्प्रे पंप, ब्रश कटर, वाटर टब और सीड बिन जैसे उपकरण तय अनुदान दरों पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. इन उपकरणों ने किसानों के लिए कृषि कार्यों को सरल बनाया है, जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी और उनकी आर्थिक स्थिति में मजबूती आई है.

जिला कृषि कार्यालय से मिलेगा योजना का लाभ

उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने और खेती को लाभकारी व्यवसाय बनाने पर विशेष जोर है. उनके निर्देशानुसार जिले में अधिक से अधिक किसानों को इस योजना का लाभ पहुंचाने के प्रयास जारी हैं, ताकि किसानों की आय में सतत वृद्धि हो सके. उन्होंने कहा कि जिन किसानों को योजना का लाभ लेना है वे अपने जिले के कृषि कार्यालय से संपर्क कर लें.

आधे दाम पर दी जा रहीं ये मशीनें

हिमाचल प्रदेश के कृषि विभाग के अनुसार प्रदेश में कृषि मशीनों से खेती को बढ़ावा देने तथा पहाड़ी खेती के मशीनीकरण के लिए राज्य सरकार की ओर से साल 2018-19 से योजना “राज्य कृषि यंत्रीकरण कार्यक्रम” लागू की गई थी. योजना के तहत चारा कटर मशीन, मक्का शैलर, गेहूं थ्रेशर, स्प्रेयर, ब्रश कटर, टूलकिट, एस.एस. हल, एम.एस. हल, सीड बिन, वाटर टब आदि 40-50 फीसदी अनुदान पर उपलब्ध करवाए जाते हैं.

Published: 21 Aug, 2025 | 01:50 PM