eNAM पर पहली पर जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र के बीच सेब का कारोबार, किसानों को होगा फायदा

जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र के बीच eNAM के तहत पहली बार हुआ अंतरराज्यीय व्यापार देश में डिजिटल कृषि मार्केटिंग की बड़ी सफलता है. इस पहल से किसानों को बेहतर दाम, पारदर्शिता और सीधे व्यापार की सुविधा मिल रही है, जिससे बिचौलियों की भूमिका कम हो रही है.

नोएडा | Published: 12 Aug, 2025 | 04:00 PM

जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र के बीच eNAM (राष्ट्रीय कृषि बाजार) के तहत पहली बार अंतरराज्यीय व्यापार सफलतापूर्क हुआ. कश्मीर घाटी से 11 मीट्रिक टन सेब और नाशपाती लेकर एक ट्रक पुणे के गुलटेकड़ी एपीएमसी मंडी पहुंचा. यह डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए राज्यों की मंडियों को जोड़ने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.eNAM प्लेटफॉर्म भारत सरकार की पहल है, जिसका मकसद देशभर की APMC मंडियों को एक केंद्रीकृत डिजिटल नेटवर्क से जोड़कर एकीकृत राष्ट्रीय कृषि बाजार बनाना है. महाराष्ट्र इस डिजिटल बदलाव को जल्दी अपनाने वाले राज्यों में शामिल है. वहीं, इस व्यापार से किसानों को भी फायदा होगा.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड के संयुक्त निदेशक विनायक कोकरे ने कहा कि भारत सरकार की eNAM योजना के तहत महाराष्ट्र की 133 APMC मंडियों को जोड़ा गया है. उन्होंने इस योजना के व्यापक उद्देश्य पर जोर देते हुए कहा कि हम APMC व्यापारियों से अपील करते हैं कि वे अधिक से अधिक कारोबार eNAM पर करें. इससे उचित मूल्य मिल सकेगा, गुणवत्ता सुनिश्चित होगी और पूरा लेनदेन पारदर्शी रहेगा.

वहीं, इस ऐतिहासिक व्यापार का हिस्सा रहे सेब व्यापारी सुयोग जेंडे ने eNAM को किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए गेम चेंजर बताया. उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का सपनों का प्रोजेक्ट है. यह व्यापार ऑनलाइन होता है और इससे देशभर के सरकारी-मान्यता प्राप्त व्यापारी किसानों से जुड़ सकते हैं, वो भी पूरी पारदर्शिता के साथ. सुयोग जेंडे ने यह भी कहा कि यह सिस्टम व्यापारियों के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इससे यात्रा का खर्च और समय दोनों बचते हैं.

दूर-दराज इलाकों के किसानों को होगा फायदा

eNAM के डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए अब देश के दूर-दराज इलाकों के किसान और व्यापारी सीधे जुड़ पा रहे हैं. इससे बिचौलियों की भूमिका कम हुई है, और पारंपरिक अड़चनों व गड़बड़ियों से राहत मिली है. जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र के बीच हुआ यह ताजा व्यापार दर्शाता है कि भारत में कृषि बाजारों का काम करने का तरीका बदल रहा है. जैसे-जैसे और APMC मंडियां इस सिस्टम से जुड़ रही हैं और सभी हितधारक इसके फायदों को समझ रहे हैं, सरकार का पारदर्शी, निष्पक्ष और कुशल कृषि बाजार बनाने का लक्ष्य अब तेजी से आगे बढ़ रहा है.

क्या होता है eNAM

राष्ट्रीय कृषि बाजार (eNAM) एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जिसे पूरे भारत में कृषि उपज के लिए एकीकृत बाजार बनाने के मकसद से शुरू किया गया है. यह प्लेटफॉर्म देश की APMC मंडियों को आपस में जोड़ता है, ताकि किसान और व्यापारी कहीं से भी सीधे और पारदर्शी तरीके से खरीद-बिक्री कर सकें. e-NAM की शुरुआत 14 अप्रैल 2016 को हुई थी. यह पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा समर्थित योजना है और इसका संचालन लघु किसान कृषि व्यवसाय कंसोर्टियम (SFAC) करता है, जो कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आता है. इसका उद्देश्य है कि किसानों को बेहतर दाम, कम बिचौलिये और पारदर्शी लेन-देन की सुविधा मिले.