सब्जी बीज उत्पादन से बढ़ेगी कमाई, 15 अक्टूबर को एफपीओ समागम.. आज ही करें पंजीकरण

वाराणसी में 15 अक्टूबर को एफपीओ समागम होगा. किसानों को सब्जी बीज उत्पादन और बिक्री के व्यावसायिक अवसर सिखाए जाएंगे. कार्यक्रम से किसानों की आय बढ़ेगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 10 Oct, 2025 | 06:32 PM

किसानों की सबसे बड़ी समस्या है कि वे मेहनत तो बहुत करते हैं, लेकिन बाजार और तकनीकी जानकारी की कमी के कारण ज्यादा फायदा नहीं उठा पाते. लेकिन अब सब्जी बीज उत्पादन एक ऐसा तरीका बनकर उभर रहा है, जिससे किसान कम जगह में भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. एफपीओ यानी किसान उत्पादक संगठन अगर बीज उत्पादन में उतरते हैं, तो वे पूरी बीज वैल्यू चेन को संभालकर बड़े स्तर पर कारोबार कर सकते हैं.

वाराणसी में होगा बड़ा एफपीओ समागम

किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से आईसीएआर-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (IIVR), वाराणसी एक बड़ा आयोजन करने जा रहा है. इसका नाम है एफपीओ समागम- 2025, जो 15 अक्टूबर 2025 को सुबह 10 बजे आयोजित होगा. इस कार्यक्रम में देशभर से किसान उत्पादक संगठन (FPOs) के प्रतिनिधि शामिल होंगे. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव (बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण) बी. एल. मीणा (IAS) मुख्य अतिथि होंगे. इस समागम का विषय है-सब्जी बीज उत्पादन में व्यावसायिक अवसर.

एफपीओ क्या है और क्यों जरूरी है?

एफपीओ यानी Farmer Producer Organisation, जिसमें किसानों का समूह मिलकर एक कंपनी की तरह काम करता है. इससे किसानों को बीज, खाद, मशीनरी और मार्केटिंग जैसी सुविधाएं सस्ते दाम पर मिलती हैं. IIVR के वैज्ञानिकों का मानना है कि बीज उत्पादन  करने वाला एफपीओ सामान्य खेती से 3 गुना ज्यादा मुनाफा कमा सकता है.

सब्जी बीज उत्पादन क्यों है फायदे का सौदा?

भारत में हर साल करोड़ों रुपये के सब्जी बीज  खरीदे जाते हैं, लेकिन ज्यादातर किसानों को उनका सही मूल्य नहीं मिलता. कंपनियां बीज तो खरीदती हैं, लेकिन किसान सिर्फ सीमित लाभ पाते हैं. अगर एफपीओ (Farmer Producer Organisation) खुद बीज उत्पादन करें और सीधे मार्केट में सप्लाई करें, तो किसानों की कमाई बढ़ सकती है. इस मॉडल के फायदे हैं- कम जमीन में ज्यादा उत्पादन, लंबा स्टोरेज समय और लोकल ब्रांड बनाकर सीधे ग्राहक तक बिक्री. इससे किसान सिर्फ उत्पादक नहीं रहते, बल्कि एक सफल उद्यमी (Entrepreneur) के रूप में भी खुद को स्थापित कर सकते हैं.

कार्यक्रम में क्या-क्या होगा?

वाराणसी में होने वाले एफपीओ समागम में ABIC और ZTMC द्वारा स्पॉन्सर्ड तकनीकी सत्र आयोजित होंगे. इन सत्रों में किसानों को सब्जियों में बीज उत्पादन के सबसे फायदे वाले विकल्प, बीज की गुणवत्ता जांच, सीड सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया और सरकारी स्कीमों से मिलने वाली सब्सिडी के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा, अनुभवी वैज्ञानिक, अधिकारी और सफल एफपीओ प्रतिनिधि अपने अनुभव साझा करेंगे, जिससे नए और छोटे किसानों को प्रैक्टिकल टिप्स मिलें. यह कार्यक्रम किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म साबित होगा. सभी एफपीओ रजिस्ट्रेशन के लिए आमंत्रित हैं.

किसानों की आय दोगुनी करने में बड़ी मदद

सरकार लगातार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश कर रही है. सब्जी बीज उत्पादन ऐसा मॉडल है जिसमें कम जोखिम और ज्यादा फायदा है. एक एफपीओ अगर 100 किसानों को जोड़कर बीज उत्पादन शुरू करे, तो हर किसान सालाना 1 से 2 लाख रुपये तक अतिरिक्त कमा सकता है.

रजिस्ट्रेशन कैसे करें

कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए एफपीओ 13 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. एफपीओ समागम में भाग लेने के लिए किसान उत्पादक संगठन (FPO) को रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना  होगा. इसमें आपको FPO का नाम, पता, ईमेल, निदेशक या सदस्य का नाम, मोबाइल नंबर और यह जानकारी देनी होगी कि कितने सदस्य भाग ले रहे हैं. सभी विवरण सही-सही भरने के बाद फॉर्म को सब्मिट करें. सही जानकारी देने से आयोजकों को आप तक संपर्क करने में आसानी होगी और कार्यक्रम में आपकी भागीदारी सुनिश्चित हो जाएगी. जल्दी रजिस्ट्रेशन करें ताकि समय रहते आपका नाम सूची में शामिल हो जाए

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Published: 10 Oct, 2025 | 06:32 PM