योगी सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए लगातार कोशिशें करती रहती है. अब इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार मशरूम की खेती को बढ़ावा देकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है. प्रदेश में सरकार द्वारा एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के चलते किसानों को मशरूम की खेती से जोड़ा जा रहा है ताकि उन्हें रोजगार मिल सके. इसके साथ ही किसानों को तकनीकी और वैज्ञानिक खेती के लिए भी बढ़ावा दिया जा रहा है.
मशरूम की खेती में महिलाओं का बड़ा योगदान
प्रदेश में किसान बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती कर रहे हैं. लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि पुरुषों के साथ-साथ मशरूम की खेती में महिलाएं भी मजबूती से अपने पांव जमा रही हैं. इसी कड़ी में मथुरा की गीता देवी और हरदोई की सोनाली सभरवाल प्रदेश की महिलाओं के लिए नई प्रेरणा बन गई हैं. बता दें कि मथुरा की गीता देवी ने ढाई साल पहले मशरूम की खेती की शुरुआत की थी. ने योगी सरकार के सहयोग से 1 करोड़ 61 लाख रुपये के प्रोजेक्ट की नींव रखी. उन्होंने बताया कि सरकार की मदद से उन्हें 70 लाख रुपये का लोन मिला और आज उनके द्वारा उगाया गया मशरूम मथुरा, आगरा से लेकर दिल्ली तक सप्लाई हो रहा है.

मशरूम की खेती पर मिल रही सब्सिडी
गीता देवी कर रहीं 25 लाख तक कमाई
समाचार एजेंसी प्रसार भारती के अनुसार गीता देवी आज मशरूम की खेती से हर साल 20 से 25 लाख रुपये तक की आमदनी कर रही हैं. इसके साथ ही गीता देवी की इस पहल से वे न केवल आसपास के इलाके बल्कि अन्य जिलों की महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बन गई हैं. इसी तरह सोनाली सभरवाल ने भी हरदोई में मशरूम की खेती को एक मिशन के तौर पर अपनाया है और अन्य ग्रामीण महिलाओं को भी इसके लिए प्रेरित कर रही हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ, मथुरा, सहारनपुर, मिर्जापुर, जौनपुर, हरदोई, रायबरेली, भदोही जिलों में किसान मशरूम की खेती से लाखों की कमाई कर रहे हैं.
तकनीकी कृषि को मिल रहा बढ़ावा
यूपी सरकार तकनीकी और वैज्ञानिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना और एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के माध्यम से किसानों को संसाधन और सहयोग दे रही है. इन योजनाओं से किसान न केवल पारंपरिक खेती से आगे बढ़ रहे हैं, बल्कि हाई प्रॉफिट वाले एग्री बिजनेस को भी अपना रहे हैं