Ladli Behna Yojana : भाईदूज के मौके पर मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौट आई है. सरकार ने इस त्योहार पर महिलाओं को एक बड़ा तोहफा दिया है. अब बहनों के खाते में हर महीने 250 रुपये की अतिरिक्त राशि भेजी जाएगी, यानी नवंबर से उन्हें कुल 1500 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे. यह सिर्फ एक रकम नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में सरकार का एक और कदम है.
भाईदूज पर मिला सरकार का प्यार भरा तोहफा
मध्य प्रदेश सरकार ने भाईदूज के अवसर पर लाड़ली बहना योजना की राशि बढ़ाने का ऐलान किया है. पहले इस योजना के तहत बहनों को 1250 रुपये दिए जाते थे, लेकिन अब नवंबर से यह राशि बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी जाएगी. इसका मतलब है कि आने वाले महीने से बहनों के खातों में 250 रुपये अतिरिक्त भेजे जाएंगे. सरकार का कहना है कि यह कदम बहनों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और उन्हें और अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाया गया है.

लाड़ली बहना योजना
अब तक कितनी राशि ट्रांसफर हुई?
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक इस योजना के तहत 1 करोड़ 27 लाख लाड़ली बहनों को 44,917 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे उनके बैंक खातों में दी जा चुकी है. यह किसी भी राज्य में महिलाओं के लिए शुरू की गई सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम में से एक है. सरकार का दावा है कि इस योजना से महिलाओं में आर्थिक आत्मनिर्भरता आई है और परिवार की निर्णय प्रक्रिया में उनकी भूमिका बढ़ी है.
क्या है लाड़ली बहना योजना?
लाड़ली बहना योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है. इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की आयु की विवाहित महिलाएं लाभ ले सकती हैं. योजना का मकसद न केवल महिलाओं की आय बढ़ाना है, बल्कि उनके बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार करना भी है. इससे महिलाएं परिवार के आर्थिक फैसलों में अपनी भूमिका मजबूती से निभा सकें, यही इस योजना की असली सफलता है.
ऐसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम
जो महिलाएं यह जानना चाहती हैं कि उनका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं, वे लाड़ली बहना योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर आसानी से चेक कर सकती हैं. वेबसाइट पर आवेदन एवं भुगतान स्थिति वाले सेक्शन में जाकर रजिस्ट्रेशन नंबर या समग्र आईडी डालनी होगी. वहां आपको यह जानकारी मिल जाएगी कि आपकी राशि ट्रांसफर हुई है या नहीं. इसके अलावा, अंतिम सूची टैब पर जाकर नाम की पुष्टि भी की जा सकती है.
महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम
सरकार का कहना है कि यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को सामाजिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाने का माध्यम है. योजना की वजह से लाखों महिलाएं अब खुद छोटे व्यवसाय शुरू कर रही हैं, परिवार के फैसलों में भाग ले रही हैं और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी योगदान दे रही हैं.