किसानों को मुफ्त में मिलेंगे गेहूं और सरसों के बीज, केंद्र सरकार ने जारी किए 77 करोड़ रुपये

पंजाब में इस साल भारी बारिश और बाढ़ से बहुत अधिक तबाही हुई है. खास कर धान, मक्का और गन्ने की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. ऐसे में राज्य सरकार पीड़ित किसानों को मुफ्त में गेहूं बीज देगी.

किसान इंडिया डेस्क
नोएडा | Updated On: 14 Oct, 2025 | 03:41 PM

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को ICAR-IIMR लुधियाना में नवनिर्मित प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने मक्का हितधारकों और SHG दीदियों के साथ संवाद भी किया. उन्होंने कहा कि पंजाब के बाढ़ पीड़ित किसानों को राहत के लिए 74 करोड़ रुपये की राशि केंद्र सरकार की तरफ से जारी कर दी गई है. अब इस राशि से किसानों को मुफ्त में गेहूं के बेज मिल सकेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि सरसों के बीज के लिए 3 करोड़ 24 लाख रुपये पंजाब सरकार को दे दिए गए हैं. इस राशि से बाढ़ प्रभावित किसानों को मुफ्त में सरसों के बीज दिए जाएंगे.

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की सेवा ही हमारे लिए पूजा है. उन्होंने कहा कि हमें पंजाब में बाढ़  से 14 हजार मकान के क्षतिग्रस्त होने की सूची मिली थी. हमारी सरकार ने इन मकानों की मरम्मत के लिए राशि जारी कर दी है. हर मकान को बनाने के लिए एक लाख 20 हजार रुपये दिए गए हैं. साथ ही 40 हजार रुपये अलग से मजदूरी और शौचालय बनाने के लिए दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि आज रात को मुझे 36 हजार 703 आवास क्षतिग्रस्त होने की नई सूची मिली. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस नई सूची के क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत के लिए भी राशि भेज दी गई है. इन मकानों के लिए भी एक लाख 20 हजार रुपये प्रति आवास और शौचालय व मजदूरी के लिए 40 हजार रुपये दिए जाएंगे.

बिहार में बढ़ा मक्के का उत्पादन

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब रिसर्च केवल लैब में नहीं होगी, बल्कि लैंड पर होगी. इसके लिए हमारी सरकार ने सभी कृषि वैज्ञानिकों को जमीन पर जाकर रिसर्च करने का आदेश दिया है. इस दौरान कृषि वैज्ञानिक किसानों से संवाद भी करेंगे और उनकी समस्याओं को भी सुनेंगे. उन्होंने कहा कि देश में मक्के का उत्पादन अभी भी कम है. अभी देश में मक्के का उत्पादन  करीब 37 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. लेकिन बिहार में बढ़कर 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और पश्चिम बंगाल में 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पहुंच गया है.

धान की जगह मक्के की खेती करें किसान

उन्होंने कहा कि देश में फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए वैज्ञानिकों को नई-नई किस्में विकसित करने की जरूरत है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिए दलहन मिशन  चलाया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि धान की जगह मक्के की खेती करने की भी जरूरत है. क्योंकि इसमें पानी का खर्च बहुत कम होता है.

 

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Published: 14 Oct, 2025 | 03:16 PM

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