मखाने की नई किस्म पर रिसर्च जारी, अब 3 फीट से भी कम गहरे में पानी में होगी खेती.. बढ़ेगा उत्पादन

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार में मखाना खेती बढ़ रही है और सरकार की योजनाओं से किसानों को लाभ मिल रहा है. नई किस्में कम गहरे पानी में उगेंगी, जिससे उत्पादन बढ़ेगा और लागत कम होगी. इससे किसानों को सीधा फायदा होगा.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 4 Oct, 2025 | 03:12 PM

Bihar News: मखाना की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मखाना बोर्ड के गठन का काम तेजी से चल रहा है. जल्द ही मखाने पर अनुसंधान और रिसर्च होगा. इससे खाने के उत्पादकता और क्वालिटी में सुधार आएगा. उन्होंने कहा कि मखाना की नई किस्मों पर भी काम किया जा रहा है. जल्द ही मखाने की ज्यादा पैदावार देने वाले नई किस्मों को विकसित किया जाएगा. ये किस्में 3 फीट से भी कम गहरे पानी में बंपर उत्पादन देंगी. इससे मखाना किसानों की कमाई में बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि मखाना बोर्ड द्वारा किसानों को प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी और मखाने के लिए उत्कृष्टता केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे.

पटना में आयोजित मखाना महोत्सव कार्यक्रम  को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में विकास और सौगातों की गंगा बह रही है. मखाना महोत्सव केवल उत्सव नहीं बल्कि निवेश और रोजगार का नया अवसर है. शिवराज सिहं चौहान ने कहा कि राज्य में युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों का सशक्तिकरण हो रहा है. कृषि मंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र में बिहार पहला स्थान पाएगा. क्योंकि यहां लोग काफी मेहनती हैं.

नई किस्म के आने से बढ़ेगा उत्पादन

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार में मखाने की खेती  लगातार बढ़ रही है. क्येंकि सरकार किसानों को प्रोत्साहन के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही हैं. इन योजनाओं से किसानों को काभी फायदा हो रहा है. उन्होंने कहा कि देशभर में मखाना की खपत बढ़ गई है. यहां तक कि अब पूरी दुनिया में मखाना की मांग हो रही है. ऐसे में बिहार आने वाले समय में विश्व का सबसे बड़ा मखाना निर्यात बनेगा. इससे किसानों की कमाई में इजाफा होगा. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा है कि मखाना की खेती बहुत कठिन है. इसके फल की तोड़ाई करने के लिए किसानों को 4 से 5 फीट गहरे पानी में डुबकी लगानी पड़ती है. पर अब ये परेशानी जल्द ही दूर होनी वाली है. क्योंकि हमारे वैज्ञानिक मखाना की एक ऐसी खास किस्म  पर काम कर रहे हैं, जिसे तीन फीट से भी कम गहरे पानी में आसानी से उगाया जा सकता है. इस किस्म के आने के बाद मखाना का उत्पादन बढ़ेगा और लागत में गिरावट आएगी.

मार्केटिंग और पैकेजिंग पर विशेष ध्यान

उन्होंने कहा कि इन नई किस्म के आने से मखाना की खेती करना आसान हो जाएगी. साथ ही इसकी खेती में पानी की खपत भी कम होगी. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार मखाना की खेती के सथा-साथ मखाना स्टार्टअप  शुरू करने पर जोर दे रही है. इसके अलावा मखाने में वैल्यू एडिशन पर भी विशेष ध्यान जाएगा दिया. इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी रकार मार्केटिंग और पैकेजिंग में भी किसानों की मदद देगी.

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Published: 4 Oct, 2025 | 03:06 PM

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