यूपी के 12 जिलों के किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए नई नीति, पूर्वांचल और बुंदेलखंड पर फोकस

नई योजना में शामिल जिलों में सिंचाई, मिट्टी की उर्वरा शक्ति, उन्नत बीज, बिक्री के लिए बाजार, खाद-दवाओं की उपलब्धता, अनाज स्टोरेज समेत कई तरह की सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाएगा.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 12 Oct, 2025 | 11:10 AM

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन के लिहाज से पिछड़े जिलों को राज्य के कृषि मैप पर प्रमुखता से लाने के लिए नई नीति के तहत पीएम कृषि धन धान्य योजना में शामिल किया गया है. इसके लिए राज्य के 12 जिलों का चयन किया गया है, जिनमें पूर्वांचल और बुंदेलखंड के जिलों को पहले चरण में प्राथमिकता दी गई है. इसके बाद राज्य के अन्य जिलों में भी यह प्रक्रिया लागू की जाएगी. नई योजना के तहत इन जिलों में सिंचाई, मिट्टी की उर्वरा शक्ति, उन्नत बीज, बिक्री के लिए बाजार, खाद-दवाओं की उपलब्धता, अनाज स्टोरेज समेत कई तरह की सुविधाओं को विकसित किया जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में कृषि और इससे जुडे क्षेत्रों के लिए 42 हजार करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. पीएम ने 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कृषि क्षेत्र की दो प्रमुख पहल पीएम धन धान्य कृषि योजना और दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन का शुभारंभ किया है. इन योजनाओं को पहले चरण के रूप में देश के 100 कम कृषि उत्पादन वाले जिलों में लागू किया जा रहा है. इन जिलों की सूची में उत्तर प्रदेश के 12 जिले भी शामिल किए गए हैं.

बुंदेलखंड समेत इन जिलों में लागू होगी योजना

लखनऊ में राज्य कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रधानमंत्री धन धान्‍य कृषि योजना (PM Krishi Dhan Dhanya Yojana) से प्रदेश के 12 जिले लाभान्वित होंगे. कृषि मंत्री ने कहा कि कि जिन 12 जिलों में प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना में शामिल किया गया है उनमें बुंदेलखंड में खेती को बढ़ावा देने के लिए यहां के महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, जालौन, झांसी, ललितपुर शामिल किया गया है. जबकि, पूर्वांचल के सोनभद्र श्रावस्ती के अलावा उन्नाव, प्रयागराज, प्रतापगढ़ जिलों को भी शामिल किया गया है.

किसानों को मिलेंगे ये फायदे

नई योजना में शामिल इन जिलों में सिंचाई, मिट्टी की उर्वरा शक्ति, उन्नत बीज, बिक्री के लिए बाजार, खाद-दवाओं की उपलब्धता, अनाज स्टोरेज समेत कई तरह की सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाएगा. इन जिलों के किसानों को उनकी खेती के लिए वैज्ञानिक मदद भी दी जाएगी. इसके साथ ही आधुनिक तरीके से मॉडर्न मशीनों और तकनीक का इस्तेमाल भी सिखाया जाएगा. जबकि, पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi) समेत अन्य सरकारी योजनाओं को प्रमुखता से लागू कराया जाएगा. इससे किसानों की खेती लागत घटेगी, कम समय में कृषि उपज बढ़ेगी और किसानों की आय बढ़ाने का रास्ता खुलेगा.

किसानों को सब्जियों की उन्नत किस्मों को बीज दिए

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने वाराणसी के सब्जी अनुसंधान संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने उड़ीसा से आए किसानों के साथ यूपी के अन्य जिलों से पहुंचे किसानों को अलग-अलग किस्मों की सब्जियों के उन्नत बीजों से भरे बैग देकर सम्मानित किया. उन्होंने किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने और हानिकारक उर्वरकों, दवाओं का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की.

61 करोड़ से बनी फिश मंडी का उद्घाटन

प्रधानमंत्री ने कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों में 5450 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की परियोजनाओं का उद्घाटन किया और 815 करोड़ रुपये की अतिरिक्त परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी. इनमें चंदौली में 61.87 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित अल्ट्रा मॉडल फिश मंडी का उद्घाटन भी शामिल है. प्रदेश के मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने मंडी का लोकार्पण किए जाने पर प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताया.

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Published: 12 Oct, 2025 | 11:03 AM

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