SPICED योजना से दुनियाभर में बढ़ा भारतीय हल्दी का क्रेज, निर्यात में 50 फीसदी से ज्यादा का उछाल

भारत इस समय वैश्विक हल्दी बाजार में 66 फीसदी हिस्सेदारी रखता है. 2020 से अब तक बांग्लादेश, यूएई, अमेरिका, मलेशिया और मोरक्को भारत के सबसे बड़े खरीदार रहे हैं.

नई दिल्ली | Updated On: 13 Aug, 2025 | 09:31 AM

भारत की हल्दी एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपना रंग बिखेर रही है. संसद में पेश आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 में भारत के हल्दी निर्यात में 50.7 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. इस साल हल्दी का निर्यात 341.54 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 226.58 मिलियन डॉलर था. मात्रा के हिसाब से भी निर्यात 1.62 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 1.76 लाख मीट्रिक टन हो गया है.

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि भारत इस समय वैश्विक हल्दी बाजार में 66 फीसदी हिस्सेदारी रखता है. 2020 से अब तक बांग्लादेश, यूएई, अमेरिका, मलेशिया और मोरक्को भारत के सबसे बड़े खरीदार रहे हैं.

हल्दी निर्यात को बढ़ावा देने की SPICED योजना

सरकार ने हल्दी और अन्य मसालों के निर्यात को बढ़ाने के लिए “SPICED” (Sustainability in Spice Sector through Progressive, Innovative and Collaborative Interventions for Export Development) योजना लागू की है. इसके तहत हल्दी के निर्यात में गुणवत्ता सुधार, खाद्य सुरक्षा प्रमाणन, फसल कटाई के बाद क्वालिटी अपग्रेडेशन, प्रोसेसिंग और वैल्यू एडिशन जैसी कई पहलें की जा रही हैं.

हल्दी किसानों और उद्यमियों को प्रशिक्षित करने के लिए वर्कशॉप आयोजित की जा रही हैं, ताकि वे उच्च गुणवत्ता वाली फसल और उत्पाद तैयार कर सकें. साथ ही, खरीदार-विक्रेता बैठकें आयोजित कर किसानों को सीधे अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से जोड़ा जा रहा है.

राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की पहल

राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड नए उत्पाद विकास, हल्दी के विभिन्न रूपों में मूल्य संवर्धन, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हल्दी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर भी काम कर रहा है. बोर्ड का लक्ष्य मजबूत और टिकाऊ सप्लाई चेन बनाना है, ताकि किसानों से लेकर निर्यातकों तक हर स्तर पर बेहतर बुनियादी ढांचा और लॉजिस्टिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें.

हल्दी के निर्यात में यह उछाल न केवल किसानों की आमदनी बढ़ाएगा, बल्कि भारत की पहचान को “दुनिया की हल्दी राजधानी” के रूप में और भी मजबूत करेगा. अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय हल्दी का रंग और स्वाद दोनों ही लंबे समय तक कायम रहने की उम्मीद है.

Published: 13 Aug, 2025 | 09:28 AM