महाराष्ट्र के प्याज किसानों के लिए राहतभरी खबर है. प्याज के रेट में बंपर उछाल आया है. एक हफ्ते तक जो प्याज 800 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा था, अब उसकी कीमत 1,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गई. यानी रेट में 100 फीसदी का उछाल आया है. हालांकि, जानकारों का कहना है कि कीमतों में ये उछाल बांग्लादेश द्वारा भारत से प्याज के आयात की अनुमति दिए जाने के बाद आया है. क्योंकि महाराष्ट्र की अलग-अलग मंडियों से बांग्लादेश के लिए भारी मात्रा में प्याज की सप्लाई शुरू हो गई है. ऐसे में अचानक मांग बढ़ने से कीमतों में बढ़ोतरी हुई है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद किसान खुश नहीं हैं. अभी भी उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक संघ के अध्यक्ष भरत दिघोले का कहना है कि हाल के महीनों में कीमतें गिरकर 800-1200 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गई थीं. बांग्लादेश द्वारा भारत से आयात की अनुमति दिए जाने के बाद, प्याज की कीमतें लगभग 1500 से 1600 रुपये प्रति क्विंटल हो गई हैं. हालांकि, दिघोले के अनुसार कीमत में बढ़ोतरी के बाद भी किसान लागत नहीं निकाल पा रहे हैं.
उत्पादन लागत 2200 रुपये प्रति क्विंटल
भरत दिघोले ने कहा कि प्याज की उत्पादन लागत 2200 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक है. ऐसे में 1600 रुपये प्याज का मंडी रेट अभी भी बहुत कम है. ऐसे में सरकार को प्याज किसानों को राहत पहुंचाने के लिए कुछ करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सरकार द्वारा 14 अगस्त से 13 दिसंबर तक आयात की अनुमति देने से प्याज उत्पादकों को राहत मिलेगी.
प्याज का उत्पादन लगभग 1.45 करोड़ टन
दिघोले ने दावा किया कि प्याज की अधिकता और उत्पादन लागत बढ़ने के कारण किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि रबी सीजन के दौरान महाराष्ट्र में प्याज का उत्पादन लगभग 1.45 करोड़ टन होती है. वहीं, प्याज उत्पादकों का मानना है कि घरेलू आपूर्ति और निर्यात में पर्याप्त संतुलन से लाभ होगा. नासिक जिले के लासलगांव में सबसे बड़ी प्याज मंडी है. लासलगांव प्याज बाजार की दर एक मानक के रूप में काम करती है, जो पूरे एशियाई बाजार में प्याज की कीमतों को प्रभावित करती है.
बांग्लादेश में प्याज का आयात
बता दें कि पिछले हफ्ते ही खबर सामने आई थी कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने प्याज की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को रोकने के लिए भारत से प्याज आयात करने की अनुमति दे दी. साढ़े पांच महीने के अंतराल के बाद भारत से बांग्लादेश प्याज की सप्लाई शुरू हुई है. बांग्लादेशी आयातकों को बंदरगाह पर तैनात एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, 150 टन प्याज की पहली खेप कल दोपहर भारत से दिनाजपुर के हिली स्थलीय बंदरगाह के माध्यम से बांग्लादेश पहुंची. इसके बाद 23 ट्रकों में 660 टन प्याज की एक और खेप चपैनवाबगंज के सोनमस्जिद बंदरगाह के माध्यम से पहुंची.