प्याज की गिरती कीमतों से किसानों को नहीं होगा नुकसान, केंद्र निर्यात सब्सिडी बढ़ाने की तैयारी में

राज्य सरकार के मंत्री जयकुमार रावल ने कहा कि सरकार प्याज किसानों के साथ पूरी तरह खड़ी है. उन्होंने कहा कि इस साल प्याज का उत्पादन 55 लाख मीट्रिक टन बढ़ा है. हालांकि, मौजूदा हालात को देखते हुए प्याज के निर्यात को प्रोत्साहित करना और अन्य राहत उपाय करना जरूरी है.

नोएडा | Updated On: 17 Sep, 2025 | 01:20 PM

Onion Price: प्याज की गिरती कीमतों से किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. महाराष्ट्र में किसानों की बड़ी रैली के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर प्याज निर्यात पर दोगुनी सब्सिडी बढ़ाने का अनुरोध किया है. इस पर केंद्र सरकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार जल्द इस पर फैसला ले सकती है. इससे निर्यात बढ़ेगा तो ट्रेडर्स के पास गोदामों में मौजूद प्याज का स्टॉक खाली होगा और वे किसानों की प्याज सही दाम पर खरीदना शुरू करेंगे. बता दें कि महाराष्ट्र में प्याज का खुदरा मूल्य 1 से 2 रुपये प्रति किलो तक गिर गया है. वहीं, मंडी में प्याज का न्यूनतम भाव गिरकर 100 रुपये क्विंटल आ पहुंचा है.

देश के पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार की ओर से नासिक में प्याज की गिरती कीमतों को लेकर आयोजित किसान आक्रोश रैली के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर बाजार में प्याज की गिरती कीमतों को स्थिर करने के लिए प्याज निर्यात पर दोगुनी सब्सिडी बढ़ाने का अनुरोध किया है. मीडिया से बात करते हुए महाराष्ट्र के विपणन मंत्री जयकुमार रावल ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्र सरकार से प्याज के निर्यात को प्रोत्साहित करके निर्यात सब्सिडी दोगुनी करने का अनुरोध किया है ताकि बाजार में प्याज की कीमतें स्थिर रहें और राज्य के प्याज उत्पादक किसानों को इसका लाभ मिल सके.

नासिक में प्याज किसानों की रैली ने सरकार पर दबाव बढ़ाया

पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने अपनी नासिक-द प्याज बेल्ट रैली में राज्य सरकार को चेतावनी दी कि अगर वे किसानों की उपेक्षा करते रहे तो उन्हें अपना रुख स्पष्ट करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि किसानों का ध्यान रखना सरकार का कर्तव्य है. पवार ने कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो हमने नेपाल में देखा है कि क्या हुआ? गुस्साए और उत्तेजित लोग सड़कों पर उतर आए और मौजूदा सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया. इसलिए सरकार को किसानों के मुद्दों पर गंभीर होने की जरूरत है.

केंद्र से निर्यात सब्सिडी बढ़ाने पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री जयकुमार रावल ने कहा कि सरकार राज्य के प्याज उत्पादक किसानों के साथ पूरी तरह खड़ी है. उन्होंने कहा कि इस साल प्याज का उत्पादन 55 लाख मीट्रिक टन बढ़ा है. हालांकि, मौजूदा हालात को देखते हुए प्याज के निर्यात को प्रोत्साहित करना और अन्य राहत उपाय करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से प्याज निर्यात सब्सिडी को दोगुना करने के अनुरोध पत्र पर केंद्र सरकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. इससे विभिन्न देशों को प्याज निर्यात करने और राज्य में प्याज की कीमतों को स्थिर रखने में मदद मिलेगी.

प्याज की जमाखोरी और मुनाफाखोरी पर भी कड़ी नजर

मंत्री ने कहा कि प्याज बाजार में अफवाहें फैलाकर समय-समय पर प्याज की कीमतें कम की जाती हैं. इन अफवाहों से कुछ खास व्यापारियों को ही फायदा होता है. इससे किसानों को भारी नुकसान होता है. इसके लिए जिला कलेक्टर के नेतृत्व में सतर्कता समितियों का गठन किया गया है और उन्हें उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही प्याज की जमाखोरी और मुनाफाखोरी पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी.

मंडी समितयों को तय कीमत पर प्याज खरीदने के निर्देश

मंत्री ने कहा कि मंडी समितियों की मुख्य जिम्मेदारी किसानों की प्याज का उचित मूल्य दिलाना है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक मंडी समिति को अपने-अपने स्थानों पर निष्पक्ष रूप से काम करे, जिससे किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य मिल सके. मंडी समिति को स्थानीय स्तर पर उन लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए जो किसानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए अफवाहें फैलाते हैं.

महाराष्ट्र में 1 रुपये किलो पर पहुंचा प्याज भाव

महाराष्ट्र में 17 सितंबर को प्याज का थोक मंडी भाव 100 रुपये प्रति क्विंटल (Onion Price Maharashtra) दर्ज की गई है. यानी 1 रुपये प्रति किलो. इसी तरह आंध्र प्रदेश में भी प्याज का खुदरा भाव 3 रुपये प्रति किलो तक गिर गया है. वहीं, उत्तर प्रदेश में आज प्याज का न्यूनतम मंडी भाव 900 रुपये प्रति क्विंटल (Onion Mandi Bhav) दर्ज किया गया है.

Published: 17 Sep, 2025 | 01:13 PM

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